शिवराज का कैबिनेट में नया प्रयोग, सभी 9 राज्य मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कैबिनेट में विभागों के बंटवारे में एक नया प्रयोग किया है। सभी राज्यमंत्रियों को एक एक विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है और एक एक विभाग में राज्यमंत्री बनाया गया है। कैबिनेट में पहले से ही चार राज्य मंत्री थे। पुनर्गठन के बाद राज्य मंत्रियों की संख्या बढ़कर 9 हो गई। इस तरह 9 विभाग बिना कैबिनेट मंत्री के राज्यमंत्री स्वतंत्र रूप से चलाएंगे। मुख्यमंत्री के इस फैसले ने सभी को चौंका जरूर है लेकिन इससे पहली बार मंत्री बनने वालों को भी कोई न कोई विभाग स्वतंत्र रूप से चलाने का मौका मिलेगा और उनकी परफार्मेंस बेहतर ढंग से परखी जा जा सकेगी।
विभागों के बंटवारे में मुख्यमंत्री ने कितनी मशक्कत की होगी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शपथ समारोह के करीब 48 घंटे बाद विभागों की आवंटन सूची जारी हो सकी। मुख्यमंत्री ने अपने भरोसेमंद मंत्रियों को और मजबूत किया, बल्कि वजनदार मंत्रियों को कुछ हल्का भी किया। विभागों के इस वितरण में मुख्यमंत्री ने मंत्रियों की परफॉर्मेंस का भी ध्यान रखा, इसीलिए गोपाल भार्गव के पास पंचायत एवं ग्रामीण विकास बरकरार रखा है। नरोत्तम मिश्रा से स्वास्थ्य लेकर उन्हें जल संसाधन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है। भूपेंद्र सिंह को परिवहन के साथ ही गृह विभाग की बड़ी जवाबदारी दी गई है। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष कोई डवलपमेंट वाला विभाग देने का आग्रह किया था। सीएम ने उमाशंकर गुप्ता के सारे विभाग बदलते हुए उन्हें राजस्व सौंपा है। माया सिंह से महिला एवं बाल विकास विभाग लेकर सबसे महत्वपूर्ण नगरीय विकास की जिम्मेदारी दी है।
रामपाल सिंह को पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी दी है। मुख्यमंत्री ने नौ राज्यमंत्रियों को भी एक-एक विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया हैे। भोपाल से मंत्री बने विश्वास सारंग को सहकारिता विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। भोपाल गैस त्रासदी, राहत एवं पुनर्वास और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के राज्यमंत्री रहेंगे।
मंत्रिमंडल पर एक नजर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान: सामान्य प्रशासन, विमानन एवं अन्य विभाग जो किसी मंत्री को आवंटित नहीं हैं
कैबिनेट मंत्री
जयंत मलैया : वित्त एवं वाणिज्यिक कर
गोपाल भार्गव: पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण
डॉ. गौरीशंकर शेजवार: वन, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी
डॉ. नरोत्तम मिश्रा : जल संसाधन, जनसंपर्क व संसदीय कार्य
ओमप्रकाश धुर्वे : खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण व श्रम
कुंवर विजय शाह: स्कूल शिक्षा
गौरीशंकर बिसेन: किसान कल्याण तथा कृषि विकास
रुस्तम सिंह : लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण
अर्चना चिटनीस: महिला एवं बाल विकास
उमाशंकर गुप्ता : राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
कुसुम महदेले : लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी व जेल
यशोधरा राजे सिंधिया : खेल और युवा कल्याण, धार्मिक न्यास व धर्मस्व
पारसचंद्र जैन :ऊर्जा
राजेंद्र शुक्ला: खनिज साधन, वाणिज्य, उद्योग व रोजगार, प्रवासी भारतीय
अंतर सिंह आर्य:पशु पालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास, कुटीन एवं ग्रामोद्योग व पर्यावरण
रामपाल सिंह : लोक निर्माण, विधि एवं विधायी कार्य
ज्ञान सिंह : आदिम जाति कल्याण, अनुसूचित जाति कल्याण
माया सिंह:नगरीय विकास एवं आवास
भूपेंद्र सिंह : गृह एवं परिवहन
जयभान सिंह पवैया : उच्च शिक्षा, लोक सेवा प्रबंधन व जन शिकायत निवारण
राज्यमंत्री
दीपक जोशी :तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास (स्वतंत्र प्रभार), श्रम व स्कूल शिक्षा
लालसिंह आर्य :नर्मदा घाटी विकास (स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन व विमानन
शरद जैन : चिकित्सा शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), लाेक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण व संसदीय कार्य
सुरेंद्र पटवा: संस्कृति व पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार), किसान कल्याण तथा कृषि विकास
हर्ष सिंह : आयुष व नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा (स्वतंत्र प्रभार), जल संसाधन
संजय पाठक : सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (स्वतंत्र प्रभार), उच्च शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण
ललिता यादव : पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण एवं विमुक्त व अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति (स्वतंत्र प्रभार), महिला एवं बाल विकास
विश्वास सारंग: सहकारिता, भोपाल गैस त्रासदी राहत तथा पुनर्वास (स्वतंत्र प्रभार), पंचायत एवं ग्रामीण विकास
सूर्यप्रकाश मीणा: उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) व वन।