शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में 27 साल बाद गूंजी बाघों की दहाड़
खरी खरी संवाददाता
शिवपुरी, 10 मार्च। शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में करीब 27 साल बाद बाघों की दहाड़ गूंजी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के जन्म दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में दो बाघ इस पार्क में छोड़े गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा शुक्रवार को 2 बाघों को अलग-अलग बाड़ों में रिलीज किया।
नेशनल पार्क में तीन बाघ छोड़े जाने थे। इन्हें पन्ना टाघर रिजर्व से लाया जाना था। लेकिन एक बाघिन को समय पर ट्रेंकोलाइज नहीं किया जा सके और वह लापता हो गई। गुरुवार को गायब हुई बाघिन का कार्यक्रम होने तक पता नहीं चला। इसलिए दो बाघों को ही छोड़ा जा सका। इस पार्क में 1996 से बाघ नहीं हैं। माना जा रहा है कि 27 साल बाद यहां बाघों की दहाड़ सुनाई देगी और धीरे धीरे बाघों का कुनबा बढ़ेगा। बाघों के लिए 4 हैक्टेयर के बाड़े में रहने की व्यवस्था की गई है। जहां इन्हें प्राकृतिक वातावरण में रहने का मौका मिलेगा। बाघों के लिए 4 हजार हेक्टेयर का बाड़ा बनाया गया है। जिसे तीन हिस्सों में बांटा गया है। बाड़े की ऊंचाई करीब 16 फीट है। जहां तीनों बाघों के लिए अलग-अलग बाड़े बनाए गए हैं। इतना ही नहीं बाड़ों में बाघों के लिए 6-6 हजार लीटर पानी की क्षमता वाले सोसर भी लगाए गए हैं। एक महीने तक इनमें पानी भरकर टेस्टिंग की गई है। इनमें पानी भरने के लिए बाहर से ही पाइप का कनेक्शन दिया गया है।