शिप्रा के तट पर पहुंचकर साध्वी प्रज्ञा ने तोड़ा अनशन
उज्जैन, 18 मई। मालेगांव धमाके की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने उज्जैन सिंहस्थ में स्नान के बाद बच्चे के हाथ से मिठाई खाकर अनशन तोड़ दिया है. साध्वी को भोपाल पुलिस देवास कोर्ट के आदेश पर सिंहस्थ स्नान के लिए उज्जैन लाई थी। दरअसल, साध्वी प्रज्ञा इन दिनों राजधानी भोपाल के केंद्रीय जेल में बंद हैं. उनकी बीमारी का भोपाल के खुशीराम आयुर्वेदिक चिकित्सालय में उपचार चल रहा है। साध्वी बीते दो दिन से सिंहस्थ में जाने की जिद पर अड़ी थीं। उन्होंने भोपाल में अपनी मांग को लेकर अस्पताल में ही अनशन शुरू कर दिया था। सरकार कोर्ट के आदेश के बाद भी सुरक्षा कारणों का हवाला देकर उन्हें सिंहस्थ में ले जाने में आनाकानी कर रही थी। लेकिन आखिरकार सरकार को साध्वी की जिद के आगे झुकना पड़ा।
साध्वी के करीबी भगवान झा के अनुसार, मंगलवार को देवास न्यायालय ने दोबारा सरकार को साध्वी को उज्जैन में स्नान कराने के निर्देश दिए, जिस पर उन्हें बुधवार को भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच भोपाल से उज्जैन एंबुलेंस लाया गया। शिप्रा के तट पर पहुंचकर साध्वी अनशन तोड़ दिया। भोपाल से साध्वी को सुरक्षा-व्यवस्था के बीच चिकित्सकों के दल के साथ उज्जैन भेजा गया। उन्हें सुबह पांच बजे भेजा जाना था, मगर स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण उन्हें उज्जैन भेजने में देरी हो गई।
भोपाल के खुशीलाल आयुर्वेद अस्पताल सूत्रों के अनुसार, दो दिनों से अनशन पर होने के कारण साध्वी प्रज्ञा के स्वास्थ्य में काफी गिरावट आई है। उनका ब्लड प्रेशर स्थिर नहीं हो पा रहा था, लिहाजा उन्हें दवाएं दी गईं और उनका स्वास्थ्य यात्रा लायक होने पर उन्हें उज्जैन जाने की अनुमति दी गई।
विदित हो कि उज्जैन में 22 अप्रैल से सिंहस्थ कुंभ शुरू हुआ है और 21 मई को इसका समापन होने वाला है। साध्वी 21 मई से पहले क्षिप्रा में स्नान करने की जिद पर अड़ी थीं और इसके लिए उनकी ओर से देवास न्यायालय में आवेदन भी किया गया था।
गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक सुनील जोशी की हत्या में शामिल होने का आरोप है और इस मामले में देवास जिले की अदालत में सुनवाई चल रही है।