शनिवार से काम पर लौटेंगे पश्चिम बंगाल के हड़ताली डाक्टर
खरी खरी संवाददाता
कोलकाता, 19 सितंबर। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में ट्रेनी डाक्टर की दुष्कर्म-हत्या के बाद से करीब एक माह से चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल अब खत्म होने की खबर है। जानकारी के मुताबिक आक्रोशित जूनियर डॉक्टर शनिवार से काम पर लौटेंगे।
जूनियर डाक्टरों की हड़ताल करीब एक माह से चल रही है।सीएम ममता बनर्जी की कोशिशों के बाद भी जूडा अपने फैसले से पीछे नहीं हटे। अब जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म करने की घोषणा के बाद से गतिरोध खत्म हो जाएगा। हालांकि, इसके बावजूद ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। डॉक्टरों ने कहा है कि आपातकालीन सेवाएं बहाल होगी। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की 15 में से 10 मांगों को मान लिया है। बता दें कि है कि बुधवार को नबन्ना में मुख्य सचिव से चर्चा के बाद जूनियर डॉक्टरों ने पंद्रह मांगों के संबंध में उन्हें ई-मेल किया था। उस ईमेल का जवाब शनिवार शाम को आया। स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने ईमेल करके राज्य प्रशासन की तरफ से 10 मांगों को पूरा करने पर सहमति दी है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर से जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन से सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक मार्च करने की योजना बनाई है। इसके बाद जूनियर डॉक्टर धरना वापस ले सकते हैं और शनिवार को काम में वापस लौट सकते हैं। 9 अगस्त को जूनियर डॉक्टर के शव की बरामदगी के बाद से वे हड़ताल पर थे। पिछले 11 दिनों से वे सॉल्ट लेक में स्वास्थ्य भवन के सामने उनका धरने पर बैठे थे। फिलहाल, उन्होंने हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया है, लेकिन जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि वे आंदोलन जारी रखेंगे। डॉक्टरों ने कहा, शुक्रवार से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा शिविर भी शुरू होगा। हालांकि डॉक्टरों ने कहा, धरना मंच उठने के बावजूद पूरे राज्य में आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, आंशिक जीत के लिए हम शनिवार से काम में शामिल हो रहे हैं। हमारी लड़ाई खत्म नहीं हुई है। आंशिक रूप से हड़ताल वापस लेकर हम अपनी अच्छी इच्छा दिखाना चाहते हैं। लेकिन यह लड़ाई जारी रहेगी। स्वास्थ्य सचिव के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री ने समय मांगा है। हम निगरानी रख रहे हैं।