वीरा राणा हो सकती हैं मध्यप्रदेश की नई मुख्य सचिव
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 21 नवंबर। मध्यप्रदेश की अस्थायी सरकार इस समय नए मुख्य सचिव की तलाश में जुटी है। वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस का कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कोशिश में हैं कि बैंस को एक्सटेंशन मिल जाए लेकिन केंद्र सरकार बैंस को तीसरी बार एक्सटेंशन देने के मूड में नहीं है। उन्हें दो बार 6-6 महीने का एक्सटेंशन दिया मिल चुका है।
मध्यप्रदेश में मतदान हो चुका है और मतगणना तीन दिसंबर को होगी। प्रदेश में आचार संहिता पांच दिसंबर तक प्रभावी रहेगी। ऐसे में सीएस का फैसला पूरी तरह सरकार के हाथ में नहीं होगा। इसके लिए पैनल चुनाव आयोग को भेजना पडेगा। ऐसी स्थिति में वरिष्ठता के चलते वीरा राणा का नाम पैनल में जाना तय है।चुनाव आयोग उनके नाम पर मुहर लगा सकता है। उन्हें प्रभारी मुख्य सचिव भी बनाया जा सकता है। अंतिम फैसला नई सरकार करेगी। वीरा राणा का रिटायर मेंट मार्च में है। ऐसे में उम्मीद है कि वे प्रभारी सीएस भी बनाई जाती हैं तो नई सरकार उन्हें तीन महीने के लिए पूर्णकालिक सीएस बना देगी। सीएस इकबाल सिंह बैंस के बाद वरिष्ठों में 1987 बैच के आईएएस अधिकारी अजय तिर्की, 1988 बैच के संजय बंधोपाध्याय और 1988 बैच की आईएएस वीरा राणा हैं। इसमें से अजय तिर्की और संजय बंधोपाध्याय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। राणा के बाद 1989 बैच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन आते हैं। वे भी अभी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इसके बाद मोहम्मद सुलेमान का नंबर आता है। कभी शिवराज सिंह चौहान की गुड बुक में सबसे ऊपर रहने वाले सुलेमान को संघ की नापसंद बताया जाता है। इसलिए उनकी जगह इकबाल सिंह बैंस सीएस बनाए गए थे। तब से उनके रिश्ते शिवराज सिंह से उतने प्रगाढ़ नही रह गए हैं। दौड़ में 1990 बैच के एस एन मिश्रा, राजेश राजौरा और मलय श्रीवास्तव भी बताए जा रहे हैं। कई तकनीकी दिक्कतों के चलते 1990 बैच के अफसरों में से किसी एक को सीएस बनने का मौका मिल सकता है।
वैसे एक संयोग यह भी है कि कमलनाथ सरकार में सीएस बनाए गए सुधि रंजन मोहंती उस समय माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष थे। उनके बाद शिवराज सरकार में सीएस बनाए गए इकबाल सिंह बैंस भी उस समय माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष थे। इस समय वरिष्ठता के आधार पर दौड़ में आगे चल रही वीरा राणा भी इस समय माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष हैं।