विहिप अब धर्मांतरण रोकने और चीनी सामान के बहिष्कार का अभियान चलाएगा
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 19 सितंबर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का प्रमुख अनुशांगिक संगठन विश्व हिंदु परिषद अब धर्मांतरण के मामले में और मुखर होकर काम करेगा। विशेषकर आदिवासी समुदाय के धर्मांतरण को लेकर विहिप विशेष अभियान चलाएगा। विहिप देश भर में चीनी समान के बहिस्कार के लिए आंदोलन चलाएगा।राजधानी भोपाल में विहिप की वार्षिक बैठक में इसकी रणनीति बनी। बैठक में शामिल संघ के सुप्रीमो सरसंघ चालक मोहन भागवत ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए इसे रोकने के लिए रणनीति बनाकर काम करने को कहा। बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा संघ के सरकार्यवाह भैया जी जोशी और विहिप प्रमुख चंपत राय भी मौजूद थे। बैठक में तय किया गया कि संघ आदिवासियों को गैर हिन्दू बताने के खिलाफ देशभर में अभियान चलाएगा। वहीं लव जेहाद के बढ़ते मामले ओर हिंदू धर्मांतरण पर भी रणनीति तैयार की गयी। बैठक में तय किया गया कि संघ के अनुषांगिक संगठनों को जिम्मेदारी दी जाए कि इस तरह की गतिविधियों का विरोध किया जाए। राम मंदिर के मुद्दे पर अलख जगाने की जिम्मेदारी भी संघ के स्वयंसेवकों को दी गई। इसके एक दिन पहले संघ प्रमुख से भेंट करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी संघ प्रमुख ने प्रदेश में आदिवासी समुदाय के सभी हितों की संरक्षा पर विशेष जोर देने को कहा था। इसमें उनकी सांस्कृतिक धरोहर का बचाने के साथ साथ उनके लिए उनके क्षेत्र में ही रोजगार के अवसर प्रदान करने भी संघ प्रमुख ने जोर दिया। संघ के कई अनुशांगिक संगठनों द्वारा आदिवासी अंचलों में चलाए जा रहे सेवा कार्यों से सरकार की नीतियों को जोड़ने की बात हुई।