विश्व धरोहर बनेगा मांडू, दो हजार पन्नों का डोजियर हुआ तैयार

Aug 06, 2019

खरी खरी संवाददात

भोपाल, 6 अगसत। हिंदुस्तान के इतिहास की अमर प्रेम गाथाओं में शुमार रानी रूपमती और बाजबहादुर की प्रेम कहानी विश्व धरोहर की सूची में शामिल हो सकती है। इसके लिए इस अमर प्रेम गाथा के साक्षी मांडू को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के लिए मांडू का डोजियर तैयार किया गया है। मांडू के इतिहास और संस्कृति को सहेजकर तैयार किए गए डोजियर का विमोचन एक समारोह में पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने किया।

 करीब दो हजार पन्नों और दो सौ चित्रों से सजे इस डोजियर को माण्डू टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल और इंदौर की सलाहकार कंपनी अरूण स्पॅन आर्किटेक्ट्स एंड कंस्ट्रक्शंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है। यह डोजियर माण्डू की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के नामांकन के लिए तैयार किया गया है। इस डोजियर को पन्द्रह नक्शों की सहायता से बनाया गया है। इसमें न सिर्फ ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण और संवर्धन की बात कही गई है, बल्कि वर्तमान में जिस शहर ने सदियों से इस धरोहर को संभाला और सहेजा है, उसके भी विकास का ध्यान रखा गया है। जन संवादों के माध्यम से शहर वासियों की हर मूलभूत सुविधा, भौतिक, सामाजिक और आर्थिक अपेक्षाओं को ध्यान में रखकर इस डोजियर का निर्माण किया गया है, जो अपनेआप में अभिनव प्रयास है। डोजियर में माण्डू की ऐतिहासिक धरोहर के अलावा यहाँ की समृद्ध आदिवासी संस्कृति, कला, कौशल, त्यौहार, उत्सव, खान-पान, जलवायु, वनस्पति, बारिश और भाषा सभी को सकल रूप से संरक्षण करने की बात की गई है। डोजियर में भारतीय और वैश्विक पर्यटन के माण्डू में पर्यटन के संवर्धन को ध्यान में रखकर प्रस्ताव दिये गये हैं, जो कि माण्डू के आर्थिक उत्थान में सहायक होंगे। रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराएंगे। माण्डू को यूनेस्को द्वारा चिन्हित वास्तविक सांस्कृतिक धरोहर श्रेणी में शामिल कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस श्रेणी में नामांकन के लिए डोजियर तैयार किया गया है। डोजियर के आर्किटेक्ट अरूण राजपूत एवं गरिमा राजपूत हैं। इसे तैयार करने में धार के पूर्व कलेक्टर दीपक सिंह और वर्तमान कलेक्टर श्रीकांत बनोठ की भूमिका महत्वपूर्ण है।

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