विधानसभा, राज्यसभा, लोकसभा के अनुभव वाले नरेंद्र तोमर चुने गए स्पीकर
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 20 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिमनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक नरेंद्र सिंह तोमर बुधवार को सर्वसम्मत्ति से मध्यप्रदेश विधानसभा के स्पीकर चुन लिए गए। पहली बार स्पीकर की कुर्सी पर ऐसे राजनेता की ताजपोशी हुई है जिसे विधानसभा, राज्यसभा और लोकसभा तीनों संसदीय सदनों में काम करने का अनुभव है। राज्य और केंद्र में पावरफुल मंत्री रहने का अनुभव इससे इतर है।
मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से निर्वाचित विधायक वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को बुधवार को सर्वसम्मति से मध्य प्रदेश विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ।मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को 66 वर्षीय तोमर को स्पीकर के रूप में चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने समर्थन किया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तोमर को स्पीकर चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने समर्थन किया, जो हाल ही में राज्य की नरसिंहपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं।विपक्षी कांग्रेस विधायक अजय सिंह, जयवर्धन सिंह और राजेंद्र कुमार सिंह सहित पांच और प्रस्ताव भी तोमर के पक्ष में पेश किए गए।
नरेंद्र सिंह तोमर सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच समान रूप से लोकप्रिय हैं। ग्वालियर में 1983 में पार्षद के रूप में अपनी पहली चुनावी जीत हासिल करने वाले तोमर हाल ही में संपन्न राज्य चुनावों में मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से चुने गए। उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और बाद में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर कार्य किया। तोमर 1998 में ग्वालियर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे। वे 2003 में फिर से उसी सीट से चुने गए। फिर वह भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। उन्हें 2009 में थोड़े समय के लिए राज्यसभा के लिए भी चुना गया। बाद में उसी वर्ष वे मुरैना सीट से लोकसभा के लिए चुने गए। बाद में 2014 के लोकसभा चुनावों में तोमर ग्वालियर संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर चुने गए और नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में तोमर की सीट बदल दी गई। एक बार फिर उन्होंने मुरैना लोकसभा सीट से सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा। एक बार फिर जीत हासिल केंद्र में मंत्री बने। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें मुरैना लोकसभा क्षेत्र के दिमनी विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा गया। चुनाव जीतकर वर्षों बाद वे फिर विधानसभा के सदस्य बन गए। इस जीत के बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल और सांसद दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया। अब उन्हें विधानसभा के स्पीकर का दायित्व मिला है।