विंध्य और बुंदेलखंड में बाढ़ के हालात, मदद के लिए सेना बुलाई गई
भोपाल। पिछले करीब 72 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते मध्यप्रदेश के विंध्य और बुंदेलखंड अंचल में बाढ़ आ गई है। दोनों ही अंचलों के कई क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राहत और बचाव कार्य के लिए सेना की मदद ली जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में आपातकालीन बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात प्रभावितों की हर संभव मदद की जाए।
बुंदेलखंड के छतरपुर, पन्ना, दमोह और टीकमगढ़ जिलों में बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। विंध्य में रीवा-सतना रोड पर उन्नत बीहर पुल डूब गया है। बीहर नदी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है। तीन दिन से जारी बारिश से रीवा शहर टापू बन गया है। यहां कई इलाके पानी में डूबे हैं। राहत और बचाव के लिए सेना बुलाई गई है। सेना के 60 जवान दो हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू में लगे हुए हैं। कई स्थानों पर लोग पानी में फंस गए, उन्हें हेलीकाप्टर की मदद से निकाला गया। भोपाल, विदिशा, उमरिया में बीते 24 घंटे में तेज बारिश हुई है। मौसम विभाग ने छतरपुर, सतना, पन्ना, विदिशा, रायसेन, भोपाल, सागर, दमोह जिलों में अभी भी भारी बारिश की संभावना जताई है।
राजधानी भोपाल में भी शुक्रवार की सुबह से बारिश का दौर जारी है। भोपाल में शुक्रवार को सुबह 8:30 से रात 8:30 तक 24 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इंदौर, देवास, खजुराहो समेत प्रदेश के 60 फीसदी हिस्से बारिश से तर हो गए। भोपाल, विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद, रायसेन, हरदा समेत कई जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल स्थित मौसम केंद्र के डायरेक्टर डॉ. अनुपम काश्यपि ने बताया कि रीवा व सागर संभाग के जिलों और शहडोल, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर संभाग के जिलों में कई स्थानों पर जोरदार बारिश हुई है। बीते 24 घंटे में मैहर में 28, नौगांव व नागौद 21, पन्ना में 19, छतरपुर में 17, रीवा और खजुराहो में 14-14, सतना 13, कटनी 8, टीकमगढ़ 7, ग्वालियर 3, सागर व दमोह 2-2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।