लोकसभा के पहले घर ठीक करेगी कांग्रेस, डेढ़ सौ भितरघातियों को थमाए गए नोटिस
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 19 जनवरी। विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित करारी हार का सामना कर चुकी मध्यप्रदेश कांग्रेस लोकसभा चुनाव के पहले घर की खामियों को ठीक कर लेना चाहती है। पार्टी के नए अध्यक्ष जीतू पटवारी किसी भी तरह की रिस्क के मूड मे नहीं हैं। इसलिए पार्टी की अनुशासन कमेटी की बैठक में पार्टी के उन करीब डेढ़ सौ नेताओं और कार्यकर्ताओं को नोटिस थमाने का फैसला लिया गया, जिन पर चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने का आरोप है। नोटिस पाने वालों का जवाब मिलने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी तरह की मुरव्वत किसी के साथ नहीं होगी।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमान युवा हाथों में आने के बाद बहुत कुछ बदलाव की उम्मीद बढ़ गई है। पार्टी के लिए मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं मे भरोसा जागा है कि अब पार्टी की मुखालफत करने वालों को सबक मिलेगा। इस सोच को सच साबित करते हुए पार्टी की अनुशासन समिति ने 150 नेताओं और कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति की बैठक में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ने वालों की प्राप्त शिकायतों पर बड़ा निर्णय लिया गया। प्रदेश भर के लगभग 150 कांग्रेसजनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाकर उनसे 10 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
अनुशासन समिति के अध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि पार्टी विरोधी कार्य करने वालों के तरफ से यदि 10 दिनों में सकारात्मक जवाब प्राप्त नहीं होता है तो कांग्रेस पार्टी की तरफ से उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा। अशोक सिंह ने बताया कि विधानसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ जो व्यक्ति चुनाव लड़े थे, उन्हें पूर्व में ही निष्कासित किया जा चुका है, उस निर्णय पर भी कांग्रेस की अनुशासन समिति ने अपनी मुहर लगा दी है।
बैठक में समिति के सदस्य मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी राजीव सिंह, पूर्व मंत्री एन.पी. प्रजापति, सज्जन सिंह वर्मा, पी.सी. शर्मा, सईद अहमद और हर्ष यादव आदि उपस्थित थे।