लड़कियों के स्कूल में लड़कों के स्कूल की शिफ्टिंग पर जवाब तलब
खरी खरी संंवाददाता
भोपााल, 26 सितंंबर। स्मार्ट सिटी की भेंट चढ़ रहे नूतन सुभाष शासकीय हायर सेकंड्री स्कूल की कमला नेहरू गर्ल्स स्कूल में शिफ्टिंग नए विवाद में फंस गई है। लड़कियों के स्कूल में लडकों के स्कूल की शिफ्टिंग की स्थितियां पूछते हुए मानव अधिकार आयोग ने पूरे स्कूल के लिए सिर्फ तीन शौचालय बनाने और विकलांग विद्यार्थियों के लिए कोई व्यस्था न किए जाने पर कड़ी आपत्ति ली है। आयोग ने प्रशासन से जवाब तलब करते हुए पांच बिंदुओं पर तीन सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।
स्मार्ट सिटी बनने की जद में आने के कारण नूतन सुभाष शासकीय हायर सेकंड्री स्कूल का भवन तोड़ा जा रहा है। इस स्कूल को कमला नेहरू गर्ल्स स्कूल,टीटी नगर में शिफ्ट किया जा रहा है। इसके लिए स्कूल की छत पर टीन शेड वाले 26 कक्ष बनाए जा रहे हैं। छत पर जाने के लिए लोहे की सीढि़यां लगाई जा रही हैं,लेकिन दिव्यांग छात्रों का सीढ़ी चढ पाना असंभव होगा। उनके लिए यहां कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। स्मार्टसिटी के प्रबंधकों का कहना है कि दिव्यांग बच्चों की शिक्षण व्यवस्था भूतल पर ही की जाएगी। लेकिन सवाल खड़ा हो रहा है कि हर कक्षा में पढ़ रहे इक्का- दुक्का विकलांग बच्चों के लिए अलग से शिक्षण व्यवस्था कैसे हो पाएगी। अगर सभी बच्चों को साथ बैठना है तो विकलांग बच्चे बिना रैंप लोहे की सीढ़ी से छत पर कैसे जाएंगे। नए 26 कक्षों मे पढ़ने वाले सैकड़ों छात्रों के लिए सिर्फ तीन शौचालयों की व्यवस्था की गई है। इसे भी अपर्याप्त माना जा रहा है। गर्मियों में टीन शेड में राहत का भी कोई उपाय नहीं किया गया है। लड़कियों के स्कूल में लड़कों का स्कूल लगाने पर विवाद की स्थिति बन रही है।
मानव अधिकार आयोग के सदस्य मनोहर ममतानी ने इन सारे मुद्दों पर संज्ञान लेते हुए जवाब तलब किया है। उन्होंने सारे मुद्दों पर कमिश्नर भोपाल संभाग और कमिश्नर स्कूल शिक्षा से तीन सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है। जवाब पांच बिदुओं पर मांगा गया है, पहला स्कूल में दिव्यांगों के लिए क्या सुविधाएं होंगी, दूसरा कन्या विद्यालय में बालकों के स्कूल की शिफ्टिंग किन परिस्थितियों में हो रही है, तीसरा बालिकाओं की सुरक्षा और निजता का क्या होग, चौथा तीन सौ बच्चों के लिए क्या तीन शौचालय पर्याप्त हैं और पांचवा बालकों का नया स्कूल कब तक बनेगा और कब शुरू होगा।