रीवा में रास्ता बनाने के विवाद में दो महिलाओं को जिंदा दफनाने की कोशिश
खरी खरी संवाददाता
रीवा, 21 जुलाई। मध्यप्रदेश के रीवा जिले में एक तालिबानी वारदात में दो महिलाओं को मुरुम डालकर जिंदा दफनाने की कोशिश की गई। घटना का वीडियो सामने आने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पट्टे की जमीन पर रास्ता बनाने को लेकर हुए विवाद में यह घटना हुई है।
घटना रीवा जिले के मनगंवा थाना क्षेत्र के हिनोता कोठार गांव की है। पुलिस के अनुसार, गांव में दो पक्षों में जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। आरोपित पक्ष के गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय एक जमीन पर रास्ता बनाने की कोशिश कर रहे थे। दूसरे पक्ष के जीवेश पांडेय और शिवेश पांडेय ने जमीन पट्टे की बताते हुए रास्ते का निर्माण रोका तो दोनों पक्षों में मारपीट हुई। इस दौरान डंपर में मुरुम भरकर वहां पहुंचे राजेश सिंह ने आरोपी गोकर्ण व महेंद्र के कहने पर मुरुम दो महिलाओं पर पलट दी। जिन महिलाओं को मुरुम में दबा दिया गया वे जीवेश और शीवेश की पत्नियां हैं। शोर मचाने पर गांव के लोग घटना स्थल पर पहुंचे और फावड़े से मुरुम हटाकर दोनों महिलाओं को बाहर निकाला गया। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि यह एक पारिवारिक विवाद था। इस मामले में आरोपी विपिन पांडेय को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है वहीं दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। साथ ही पुलिस ने डंपर को भी जब्त कर लिया है। पीड़ित महिलाओं का अस्पताल में उपचार भी कराया गया है, जहां से उन्हें अब छुट्टी दे दी गई है। जिले के थाना मनगवां अंतर्गत हनौता कोठार गांव में जमीन को लेकर पारिवारिक विवाद हुआ था जिसके बाद इस तरह की अमानवीय घटना सामने आई थी।
इस मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जयदीप प्रसाद ने बताया कि शनिवार को रीवा जिले के मनगंवा थाने के ग्राम हिनोता कोठार में एक पारिवारिक जमीन विवाद में दो महिलाओं आशा पांडे और ममता पांडे पर मुरूम गिराई गई थी। ये परिवार पांडे परिवार है। इसमें कोई दलित/आदिवासी महिला नहीं थी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर डम्पर जब्त कर लिया है। एक आरोपी विपिन पांडे पुलिस की गिरफ्त में है और अन्य दो आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।