राज्यपाल लालजी टंडन ने किया राष्ट्रीय बालरंग महोत्सव का शुभारंभ
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 20 दिसंबर। प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा है कि स्कूली बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाना चाहिए और बच्चों में बचपन से ही स्वस्थ मानसिकता के विकास के प्रयास किये जाने चाहिये। राज्यपाल टंडन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में राष्ट्रीय बालरंग महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में नृत्य, गायन, चित्रकला, विभिन्न स्वाद के भोजन, भजन, सूफी कव्वाली आदि की अद्भुत परम्पराएं हैं। बालरंग कार्यक्रम में इन सभी को एक साथ महसूस करने का अवसर मिला है। राज्यपाल ने कहा कि ‘‘सत्यम शिवम् सुंदरम‘‘ की भावना भिन्न-भिन्न भाषाओं वेशभूषा तथा परंपराओं के रूप में दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बालरंग वास्तव में विभिन्नता में एकता को दर्शाता है। भारत एक ऐसा देश है जहां हर तरह की कलाएं है, अध्यात्म हैं, नैतिकता हैं इसे बालरंग से और अधिक विकसित करें।
स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरूण शमी ने महोत्सव की रूप-रेखा की जानकारी देते हुए बताया कि बालरंग के आयोजन को अन्तर्राज्यीय स्वरूप दिया गया है। इसमें 13 राज्यों के स्कूलों के बच्चों ने भागीदारी की। महोत्सव में 'लघु भारत और समर्थ भारत' विषय पर बच्चों द्वारा प्रदर्शनियां लगाई गई हैं। लघु भारत प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों के खान-पान, संस्कृति, लोक-कला और क्रिएटिव क्रॉफ्ट का प्रदर्शन किया गया है। समर्थ भारत प्रदर्शनी में देश की प्रगति की झलक दिखाई गई है। कार्यक्रम के प्रारंभ में बच्चों ने आकर्षक मार्चपास्ट किया। समारोह में राष्ट्रीय लोकनृत्य में म.प्र. राज्य ने भगोरिया लोकनृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी। इसके बाद छत्तीसगढ़ राज्य ने केला नृत्य, दादर एवं नगर हवेली ने तुर थाली नृत्य, हरियाणा ने धामल नृत्य, तेलंगाना ने गुड़म नृत्य, चंडीगढ़ ने प्रसिद्ध भंगड़ा नृत्य, गुजरात राज्य ने अंधारी नृत्य, गोवा राज्य ने झाम नृत्य तथा सिक्किम ने पाली लोक नृत्य जिन्दगी हो झिलकों की बहुत ही सुंदर एवं मनमोहक नृत्यों की प्रस्तुति दी। लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत ने अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शित किया। इस अवसर पर संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र आईरिन सिंथिया और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के अधीक्षक डी.एस. राव भी मौजूद थे।
कल 21 दिसंबर को प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चैधरी के मुख्य आतिथ्य में दोपहर 2 बजे बालरंग का समापन समारोह सम्पन्न होगा।