मोहन यादव मध्यप्रदेश के नए मुखिया, आरएसएस के करीबी नेताओं में गिनती
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 11 दिसंबर। तमाम कयासों और अटकलों से परे भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व और विधायक दल डा मोहन यादव को मध्यप्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना है। उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से एमएलए मोहन यादव तीसरी बार विधायक बने हैं और निवृत्तमान शिवराज सिंह चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे।
कट्टर हिंदुत्व वाली छवि के भाजपा नेता डा मोहन यादव आरएसएस के बड़ी करीबी माने जाते हैं। शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने काफी संघर्ष के बाद राजनीति में मुकाम हासिल किया है। छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाले मोहन यादव बीजेपी के स्थापित नेता हैं। उज्जैन संभाग के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती है। मोहन यादव 2 जुलाई 2020 को शिवराज सिंह चौहान सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे। उनको उच्च शिक्षा मंत्री का कामकाज सौंपा गया था। यादव की छवि हिंदुवादी नेता की रही है। उज्जैन में 25 मार्च 1965 को जन्मे मोहन यादव ने विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन से पढ़ाई की है।
हाल के 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ 12,941 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी और उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से एक बार फिर विधायक चुने गए। इस जीत ने विधायक के रूप में उनका लगातार तीसरा कार्यकाल तय किया, जिसमें उन्हें 95,699 वोट मिले। उज्जैन दक्षिण जो मालवा उत्तर क्षेत्र का हिस्सा है और उज्जैन लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। भाजपा के लिए यह 2003 से गढ़ रहा है। मनोनीत सीएम मोहन यादव ने कहा, “मैं पार्टी का एक छोटा कार्यकर्ता हूं. मैं आप सभी को, प्रदेश नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। आपके प्यार और समर्थन से मैं अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की कोशिश करूंगा।”