मोदी की आयुष्मान के मुकाबले कमलनाथ की महाआयुष्मान योजना
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 1 जुलाई। आम आदमी को इलाज में मदद करने वाली मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना को कांग्रेस शासित राज्य अपने यहां लागू करने में आनाकानी कर रहे हैं। लेकिन मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार इससे एक कदम आगे बढ़कर प्रदेश में महाआयुष्मान योजना लागू करने जा रही है। इसका शुभारंब 15 अगस्त से करने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार की मंशा है कि आयुष्मान योजना से आगे का काम भी साथ ही शुरू किया जाए। इसके पीछे तर्क ये दिया जा रहा है कि आयुष्मान योजना अधूरी है, उसे कांग्रेस सरकार बड़े टारगेट के साथ पूरा करेगी। इसमें मध्य प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य का अधिकार के तहत शामिल करेगी। यानी महा आयुष्मान में केवल गरीब नहीं, बल्कि प्रदेश का हर बाशिंदा इसके दायरे में आएगा और उसे मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगा। इस योजना को मोदी की योजना की ओवरलैपिंग भी बताया जा रहा है। आयुष्मान में इलाज का हक केवल गरीबों के पास है। मध्य प्रदेश में इसके तहत 1 लाख 40 हजार गरीब परिवारों को इसका फायदा मिलता है। लेकिन महा आयुष्मान में गरीब के अलावा मिडिल और अपर क्लास को भी शामिल किया जाएगा। प्रदेश के करीब 48 लाख परिवारों को इसका फायदा मिलेगा। सरकार इस तर्क के साथ महा आयुष्मान की तैयारी में जुटी है कि उसने अलग-अलग प्रदेश में आयुष्मान योजना की रिपोर्ट ली और इसके बाद राइट टू हेल्थ की मंशा लेकर महा आयुष्मान की तैयारी पूरी कर ली है