मप्र में थानेदार बनने को देनी होगी परीक्षा, पास होने पर इनाम में मिलेंगे थाने

Jun 05, 2016

ग्वालियर। पुलिस के थाने अब योग्यता के आधार पर मिलेंगे। और इसकी शुरुआत मध्य प्रदेश के मुरैना से हो चुकी है। देश में पहली बार मप्र में थाना प्रभारी बनने के लिये एक परीक्षा आयोजित की गयी। इस परीक्षा में पास होने वाले सब इंस्पेक्टरों को पुरूस्कार के तौर पर थानों का प्रभार मिल गया। इस परीक्षा की तारीफ पुलिस मुख्यालय तक की गयी है। इस तरह की परीक्षा का आयोजन के बाद पुलिस विभाग में सोर्स, सिफारिश से महत्वपूर्ण पद और प्रभार पाने के वाले चिंता में पड़ गये हैं।

इस विशेष परीक्षा को कराने का श्रेय जिले पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना को है। एसपी की पहल पर ही आयोजित की गयी यह परीक्षा शुक्रवार की सुबह से शाम तक चली जिसमें 40 सब इंस्पेक्टर्स शामिल हुए थे। परीक्षा में टॉप तीन सब इंस्पेक्टरस रहने वालों को स्वतंत्र थानों का प्रभार मिला। इनमें से एक सुमावली थाने के प्रभारी शामिल रहे उन्हें तत्काल अपना प्रभार वापिस मिल गया।

थानों का प्रभार देने के लिये परीक्षा चार चरणों में आयोजित पहले चरण लिखित दक्षता परीक्षा, दूसरे चरण में कम्प्यूटर दक्षता परीक्षा, कंम्प्यूटर की परीक्षा सफल होने के बाद सभी इंस्पेक्टर्स की निशानेबाजी की परीक्षा ली गयी और अंत में सभी सब इंस्पेक्टर्स परीक्षार्थियों को फायरेंज में लाया गया।

पुलिस की दक्षता परखने के लिये आयोजित विशेष परीक्षा में फैल होने पर कार्यवाही के तौर थाने का प्रभार छीन लिया गया । एसआई रामपालसिंह जादौन रामपुरकलां थाने के प्रभारी बतौर पदस्थ थे परीक्षा के द्वितीय चरण में कम्प्यूटर परीक्षा फेल हो गये , वह कम्प्यूटर पर एफआईआर नहीं लिख सकें, तो उनसे तत्काल थाने का प्रभार छीन लिया गया।

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