मप्र में तदर्थ नियुक्तियों में भी आरक्षण : शिवराज
ग्वालियर, 13 दिसंबर । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को यहां कहा कि राज्य में आरक्षण खत्म नहीं होगा और अब तो तदर्थ भर्ती में भी आरक्षण दिया जाएगा।
ग्वालियर में बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिकारी-कर्मचारी संघ (अजाक्स) द्वारा आयोजित समारोह एवं प्रांतीय अधिवेशन में रविवार को मुख्यमंत्री चौहान ने आरक्षित वर्ग के लिए सौगातों की झड़ी लगा दी।
चौहान ने कहा, "प्रदेश में तदर्थ भर्ती में भी आरक्षण दिया जाएगा। जिन जिलों में अजाक्स को कार्यालय के लिए भवन नहीं मिले हैं, वहां भवनों की व्यवस्था करवाई जाएगी।"
चौहान ने कहा, "राज्य में आरक्षण कदापि समाप्त नहीं होगा। अजाक्स के ज्ञापन में शामिल अन्य मांगों को भी प्रदेश सरकार पूरा करेगी।"
सम्मेलन की अध्यक्षता केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि "प्रदेश में रिक्त बैकलाग पदों की पूर्ति निर्धारित समयावधि में कराई जाएगी। विभागीय पदोन्नति समितियों की बैठक कराकर आरक्षित वर्ग के शासकीय सेवकों को पदोन्नति दिलाई जाएगी। इसकी समीक्षा मुख्य सचिव से कराई जाएगी। वरिष्ठता के आधार पर भी पदोन्नति देने के नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।" वह स्वयं हर छह माह में समीक्षा करेंगे।
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि "बाबा साहेब अम्बेडकर देश के ऐसे महापुरुष थे, जिन्हें किसी सीमा और शब्द में नहीं बांधा जा सकता है। बाबा साहेब ने देश और दुनिया को जितना दिया है, उस पर हजार वर्ष भी अनुसंधान के लिए कम पडें़गे। केन्द्र तथा प्रदेश सरकार मिलकर बाबा साहेब के सपने को पूरा करने का काम कर रही है।"
महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह ने कहा कि बाबा साहेब द्वारा बनाए गए संविधान की वजह से ही उपेक्षित वर्गो की युवा पीढ़ी भी विकास की मुख्यधारा में शामिल होकर राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान दे रही है।
अजाक्स के प्रांतीय अध्यक्ष ज़े एऩ कंसोटिया ने भी अपने विचार रखे।