मप्र के माथे से बीमारू राज्य का कलंक मिटा : शिवराज
भोपाल, 15 अगस्त। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को देश के 69वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि राज्य हर क्षेत्र में तेजी से विकास करने वाला प्रदेश बन गया है और अब मध्य प्रदेश के माथे से बीमारू प्रदेश होने का कलंक मिट चुका है।
राजधानी भोपाल के मोती लाल नेहरू स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में ध्वजारोहण और परेड की सलामी लेने के बाद शिवराज ने शहीदों के बलिदान को याद किया और उनके प्रति सम्मान जताया।
उन्होंने प्रदेश में हुए विकास का जिक्र करते हुए कहा, "हमारे प्रदेश की पहचान बीमारू राज्य के रूप में हुआ करती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं रहा। राज्य में आर्थिक विकास दर दहाई पर पहुंच गई है और कृषि विकास दर 20 फीसदी के आसपास है।"
उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में सड़कों का जाल बिछ रहा है। हमारी सरकार ने गांवों को सड़कों से जोड़ने का अभियान चलाया है।
उन्होंने किसानों के हित के लिए चलाई जा रही परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य कृषि को फायदे का पेशा बनाना है। इसलिए किसानों को शून्य ब्याज दर पर ऋण दिए जा रहे हैं और सरकार 10 प्रतिशत की सब्सिडी भी दे रही है। इसके अलावा सिंचाई की सुविधा में भी इजाफा हुआ है।
राज्य में औद्योगिक विकास के लिए चल रहे प्रयासों का ब्यौरा देते हुए चौहान ने कहा कि उनकी सरकार जहां खेती के विकास के लिए प्रयासरत है, वहीं निवेश बढ़ाने की कोशिशें भी जारी हैं। राज्य में कई उद्योग स्थापित किए जा रहे हैं और स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है। प्रदेश में बिजली उत्पादन के मामले में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
शिवराज ने आजादी की वर्षगांठ पर प्रदेश वासियों को भरोसा दिलाया कि हर वर्ग के उत्थान और विकास के लिए उनकी सरकार काम करती रहेगी।