मध्यप्रदेश में कांग्रेस के टिकटों का ऐलान अब श्राद्ध पक्ष के बाद ही
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 10 अक्टूबर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जहां 136 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं, वहीं कांग्रेस अभी तक एक भी सीट पर प्रत्य़ाशी फाइनल नहीं कर पाई है। अभी भी कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची को लेकर संशय बना हुआ है। अब संभवतः कांग्रेस के उम्मीदवारों का ऐलान श्राद्ध पक्ष के बाद ही होगा। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी इस बात के संकेत दिए हैं।
चुनाव के 6 महीने पहले टिकट फाइनल कर देने का दावा कर देने वाली कांग्रेस अभी तक मध्य प्रदेश के टिकटों के बारे में कोई फैसला नहीं कर पाई है। अभी भी दावे के साथ कोई नहीं कह सकता कि कांग्रेस के लिस्ट आखिर कब तक फाइनल होगी। कांग्रेस में टिकट फाइनल करने वाली तमाम समितियों की बैठक लगातार भोपाल और दिल्ली में हो रही है। उसके चलते ही यह संभावना जताई जा रही थी कि बहुत जल्दी टिकट फाइनल हो जाएंगे, लेकिन अभी तक टिकटों के बारे में कोई भी निर्णय पार्टी नहीं कर पाई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इस बार बाकी नेताओं को टिकट के बंटवारे में शामिल करने के मूड में शायद नहीं हैं, इसलिए वह लगातार हाई कमान के टच में है और आए दिन दिल्ली बैठ रहे हैं। चुनाव का माहौल मध्य प्रदेश में गर्म होने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष का लगातार दिल्ली में बने रहना यह संकेत देता है कि वह सभी 230 सीटें अपने सामने फाइनल करवाना चाहते हैं। वह पार्टी के अन्य बड़े नेताओं चाहे दिग्विजय सिंह हो या सुरेश पचोरी हों या अरुण यादव उन सबके कोटे के कुछ टिकट उनको पूछ करके फाइनल कर सकते हैं, लेकिन अन्य सभी फैसले वह अपने आप करेंगे और वह अपने फैसलों पर ही हाई कमान की मोहर लगवाना चाहते हैं। इसलिए वह अभी तक टिकट फाइनल करवा पाने की स्थिति में नहीं आ पाए हैं।
कमलनाथ पिछली बार से सबक लेते हुए इस बार चुनावी रणनीति में किसी भी नेता को बहुत ज्यादा शामिल करने के मूड में नहीं दिखाई पड़ रहे हैं। इसलिए वे बार बार दावा करते हैं कि उन्होंने सबका सर्वे करवा लिया है। टिकट के बंटवारे में किसी की नही चलेगी, सिर्फ सर्वे रिपोर्ट की ही चलेगी। यह बात बार बार कहकर कमलनाथ शायद सभी संभावित उम्मीदवारों को यह बताना चाहते हैं कि वे नेताओँ की गणेश परिक्रमा करने के बजाय मैदान में जाकर काम करें। इसके साथ ही पार्टी के अन्य नेताओँ को भी इशारा कर रहे हैं कि सभी को उनके (कमलनाथ) द्वारा बनाई गई रणनीति के अनुसार ही काम करना पडेगा। संभवतः इसी कशमकश के चलते कांग्रेस के टिकट फाइनल नहीं हो पा रहे हैं। चुनाव आयोग ने नामांकन दाखिल करने की तारीख 21 अक्टूबर तय की है। संभवतः तभी कांग्रेस के सभी नाम फाइनल हो पाएंगे।