भोजपुर से बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्र पटवा मुश्किल में, जांच में नामांकन पत्र होल्ड
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 31 अक्टूबर। मध्यप्रदेश की प्रतिष्ठापूर्ण विधानसभा सीटों में से एक भोजपुर सीट पर बीजेपी मुश्किल में फंस गई। वहां से पार्टी के प्रत्याशी और पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटवा का नामांकन पत्र जांच के दौरान होल्ड किया गया है। इस पर कल फैसला लिया जाएगा।
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए आज नामांकन पत्रों की जांच हुई। प्रतिष्ठापूर्ण सीट भोजपुर में 19 में से 14 प्रत्याशियों के नामांकन सही पाए गए। चार प्रत्याशियों के नामांकन तमाम कारणों से निरस्त हो गए। भाजपा के प्रत्याशी सुरेंद्र पटवा का नामांकन होल्ड किया किया गया है। कांग्रेस के प्रत्याशी राजकुमार पटेल सहित तीन प्रत्याशियों की शिकायत के चलते जिला निर्वाचन अधिकारी ने यह फैसला लिया है। शिकायतकर्ताओँ का आरोप है पटवा ने आपराधिक प्रकरणों को लेकर जो शपथ पत्र दिए हैं, वे अधूरी जानकारी वाले हैं। पटवा दो हलफनामों में अपने ऊपर 167 मामलों की जानकारी दी है जबकि शिकायतकर्ताओँ के अनुसार पटवा के ऊपर करीब पांच सौ मामले दर्ज हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार शिकायत का जवाब देने के लिए पटवा के वकीलों ने समय मांगा है,इसलिए अब इस मुद्दे पर अंतिम फैसला कल होगा। पटवा के बेटे ने भी नामांकन दाखिल किया था जो जांच के दौरान निरस्त हो गया।
बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्र पटवा चौथी बार भोजपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के भतीजे हैं। सुंदरलाल पटवा भी इस सीट से चुनाव जीतते रहे हैं। ऐसे में सुरेंद्र पटवा को उनका सियासी वारिस भी माना जाता है। सुरेंद्र पटवा 2008, 2013 और 2018 में यहां से चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने सुरेश पचौरी जैसे दिग्गज नेता को हराकर चुनाव जीता, लेकिन इस बार वह नामांकन की वजह से परेशानियों में दिख रहे हैं। सुरेंद्र पटवा के खिलाफ 2008 के बाद कई मामलों में केस दर्ज हुए हैं। इसमें से अधिकांश मामले चेक बाउंस और बैंक कर्जो के डिफाल्टर वाले हैं। उन्होंने अपने शपथ पत्र में ऐसे 167 मामलों की जानकारी दी, वहीं शिकायतकर्ताओं का कहना है कि पटवा पर करीब पांच सौ मामले दर्ज हैं। उन्होंने जानकारी छिपाई है जो कानूनन गलत है। इसलिए उनका पर्चा निरस्त होना चाहिए।