भाजपा के दो विधायक कांग्रेस में शामिल, कर्नाटक का जवाब एमपी में
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 24 जुलाई। मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायक दल में सेंध लगाकर सरकार गिराने का दावा करने वाली भाजपा को करारा झटका लगा है। विधानसभा में एक संशोधन विधेयक पर मतदान की स्थिति बनने पर भाजपा को दो विधायक कांग्रेस के खेमे में खड़े नजर आए। दोनों विधायकों ने न सिर्फ कांग्रेस के पक्ष में वोट दिया बल्कि वोटिंग के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ मीड़िया से रूबरू होकर कांग्रेस में जाने की घोषणा भी कर दी। इन विधायकों में मैहर से चुने गए नारायण त्रिपाठी और ब्योहारी से चुने गए शरद कोल शामिल हैं।
विधानसभा में एक विधेयक के संदर्भ में हुए फ्लोर टेस्ट में जिस तरह कमलनाथ सरकार कामयाब हुई उसे एक तरह से कर्नाटक का जवाब माना जा रहा है। संशोधन विधेयक में मतदान होने पर सरकार के पक्ष में 122 मत मिले। विपक्ष के दो विधायक मैहर के नारायण त्रिपाठी और व्योहारी के शरद कोल ने भी सरकार के पक्ष में मतदान किया। प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि यह कर्नाटक का जबाब है।ज्ञात रहे विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 230 है जिसमें से झाबुआ विधानसभा का पद रिक्त है। कुल 229 विधायकों में कांग्रेस के 114, बीजेपी के 108, चार निर्दलीय और बसपा के दो और सपा का एक विधायक शामिल है। कांग्रेस को अपनी पार्टी के अलावा निर्दलीयों और बसपा और सपा के विधायक के साथ साथ इस बार भाजपा के दी विधायक का भी समर्थन मिला है। इससे स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को स्पष्ट बहुमत प्राप्त है और उसे कोई खतरा नहीं दिखाई दे रहा है। वोटिंग के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा के दोनों विधायकों को साथ लेकर विधानसभा में मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कहा कि पिछले 6 माह से भाजपा रोज कहती रही कि हमारी सरकार अल्पमत की सरकार है।आज जाने वाली है ,कल जाने वाली है।ऐसा वो रोज़ कहती थी। आज भी सुबह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमें इशारा मिल जाए तो हम आज सरकार गिरा दे। मैंने उन्हें उसी समय आमंत्रित किया विश्वास प्रस्ताव के लिए लेकिन उन्होंने मेरा प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया। मैंने सोच लिया कि हम बहुमत सिद्ध कर देंगे ताकि दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो जाए। आज हुआ मतदान सिर्फ एक विधेयक पर मतदान नहीं है। यह बहुमत सिद्ध का मतदान है। भाजपा के दो विधायक नारायण त्रिपाठी व शरद क़ौल ने हमारे पक्ष में मतदान किया है। हम उनका स्वागत करते हैं। उन्होंने आत्मा की आवाज सुनी। आज हमें 122 विधायकों का समर्थन प्राप्त हो गया है। हमने अपना बहुमत सिद्ध कर दिखाया। यह कहते थे उनके 8-10 विधायक हमारे साथ हैं, पर आज दिखे तो नहीं। आज हमने अपना बहुमत सिद्ध कर दिया है।