भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा के जवाब में कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 7 सितंबर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सियासी दलों को रथ यात्राओं पर भरोसा बढ़ गया है। इसलिए पहले बीजेपी ने पांच रथों पर जनआशीर्वाद यात्रा शुरू कर दी तो अब कांग्रेस ने जन आक्रोश यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। कांग्रेस की कैंपेन कमेटी की भोपाल में हुई बैठक में जन आक्रोश यात्राएँ निकालने का फैसला लिया गया। बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बंगले पर कांग्रेस चुनाव अभियान समिति की 2 घंटे तक बैठक चली। बैठक में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा के जवाब में जनाक्रोश यात्रा निकालने का फैसला हुआ। यात्रा 15 सितंबर से शुरू होगी जो 2 अक्टूबर तक चलेगी। कर्नाटक के ‘विजय रथ’ को भोपाल लाया जाएगा।
दो घंटे चली बैठक में चुनाव और प्रचार अभियान को लेकर रणनीति तैयार की गई। इसमें प्रदेश में सात जन आक्रोश यात्राएं निकालने और इनमें कमलनाथ समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं के दौरों को लेकर चर्चा हुई। सात जन आक्रोश यात्राएं निकालेगी। इसमें भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों, भ्रष्टाचार, घोटालों को जनता के बीच रखा जाएगा।यात्राओं की शुरुआत 15 सितंबर से होगी। इस दौरान कमलनाथ बड़ी रैली और जनसभाओं को संबोधित करेंगे।बैठक में पीसीसी चीफ कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, कमलेश्वर पटेल, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, अजय सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, अरुण यादव, अजय सिंह समेत वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद थे।बैठक के बाद कांतिलाल भूरिया ने नीमच में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव को लेकर कहा कि भाजपा ने ही पथराव कराया है। उन्होंने बैठक को लेकर कहा कि प्रचार प्रसार को लेकर रणनीति तैयार की गई है।