बैडिमिंटन प्लेयर बच्ची ने पीएम को लिखी चिट्ठी, सीएम ने कर दी मदद
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 2 मार्च। मुख्यमंत्री कमलनाथ की सहृदयता की एक और तस्वीर सामने आई है। इंदौर में रहने वाली औरर कक्षा 7 में पढ़ने वाली एक बैडमिंटन प्लेयर बच्ची ईवा शर्मा द्वारा देश के प्रधानमंत्री को लिखी गई चिट्ठी पर सीएम कमलनाथ ने आगे बढ़कर मदद की और बच्ची को इसकी जानकारी भी दी।
इंदौर में छठी क्लास में पढ़ने वाली ईवा शर्मा जिला स्तरीय बैडमिंटन प्लेयर हैं। ईवा शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बताया कि इंदौर में वे लोग जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में रोज प्रैक्टिस करते हैं। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के चलते प्रशासन ने स्टेडियम में प्रशिक्षण पर रोक लगा दी है। इसलिए उस जैसे कई खिलाड़ी बैडमिंटन की प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं। इस पत्र के बारे में जब मुख्यमंत्री कमलनाथ को जानकारी लगी तो उन्होंने प्रशासन को इसका वैकल्पिक उपाय करने के निर्देश दिए। वैकल्पिक व्यवस्था हो जाने पर सीएम ने ईवा को पत्र भेजकर इसकी जानकारी भी दी।
सीएम ने अपने पत्र में ईवा को लिखा है कि मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला कि आप एक जिला स्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ी है व कक्षा छठी में पढ़ती हैं और आपने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। इस पत्र में आपने चुनावी प्रक्रिया के कार्य के कारण प्रशासन द्वारा नेहरू स्टेडियम को अपने आधिपत्य में लेने के कारण आपका व अन्य बच्चों का बैडमिंटन प्रशिक्षण का कार्य प्रभावित होने की व्यथा लिखी है। निश्चित तौर पर आपकी व्यथा ठीक है लेकिन यह भी सच है इंदौर के इस नेहरू स्टेडियम में ही चुनावी प्रक्रिया कई वर्षों से संपन्न कराई जाती है।आगामी समय में लोकसभा चुनाव संपन्न होना है। उसके लिये चुनावी प्रक्रिया के कार्य भी उसी नेहरू स्टेडियम में संपन्न होना है। चुनाव लोकतंत्र का महापर्व होता है और यह हम सभी की भागीदारी से संपन्न होता है। हालाँकि आपका पत्र देश के प्रधानमंत्री जी को संबोधित था। मैं इस विषय में नहीं पड़ा कि कैसे उन तक पहुंचेगा,क्या होगा, कब होगा? मैंने तो पत्र देखकर यह माना कि मैं मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की 7.5 करोड़ जनता का सेवक हूं।उनकी परेशानियों में उनके साथ खड़े होना मेरा कर्तव्य है। उन्हें न्याय दिलाना मेरा कर्तव्य है। प्रदेश की एक बच्ची ने अपनी व अन्य खिलाड़ी बच्चों की व्यथा पत्र के माध्यम से लिखी है, अपनी परेशानियां बताई है। उस परेशानी का कैसे हल हो सके ।मुझे उसके प्रयास करना चाहिए। मैंने इस पत्र को देखते ही तत्काल इंदौर के जिलाधीश से चर्चा करी और उन्हें निर्देश दिए कि तत्काल इस समस्या का हल निकालने का प्रयास करें। उन्होंने मेरे निर्देश के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए बैडमिंटन खिलाड़ियों की सुविधा को देखते इंदौर के एसजीएसआईटीएस कॉलेज पर सायं 3:00 से 5:00 बजे तक बैडमिंटन हॉल की व्यवस्था आपके प्रशिक्षण के लिए कर दी है।मैं मानता हूं कि नेहरू स्टेडियम का बैडमिंटन हाल तो अभी लोक सभा निर्वाचन प्रक्रिया के कार्य प्रारंभ होने से आपको उपलब्ध नहीं करवा पा रहा हूं। लेकिन मैंने चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने तक आप के लिए यह वैकल्पिक व्यवस्था की है। यह भी मानता हूं कि आपको थोड़ी परेशानी जरूर होगी लेकिन उम्मीद भी करता हूं आप लोकतंत्र के इस महापर्व में थोड़ी परेशानी उठा कर अपना सहयोग प्रदान करेंगे। मैंने आपकी चुनाव कार्य के बाद वुडन कोर्ट के खराब होने की व्यथा को भी पढा। उसको लेकर भी मैंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चुनाव कार्य के दौरान बच्चों के बैडमिंटन हॉल का वुडन कोर्ट खराब नहीं हो।इसको लेकर भी पूरे प्रयास किए जाए।
मुख्यमंत्री की इस पहल ने इंदौर के होनहार बच्चों को बैडमिंटन की प्रैक्टिस के लिए जगह उपलब्ध करवा दी जिससे बच्चो खुश हैं, साथ ही मुख्यमंत्री की पहल की अन्य लोग भी सराहना कर रहे हैं।