बीजेपी ने भोपाल दक्षिण पश्चिम से सबनानी को उतारकर सबको चौंकाया
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 22 अक्टूबर। वोटरों के लिहाज से मध्यप्रदेश की सबसे पाश और वीआईपी सीट माने जाने वाली भोपाल दक्षिण पश्चिम सीट पर बीजेपी ने भगवानदास सबनानी को मैदान में उतारकर सबको चौंका दिया है। सबनानी इस सीट से दावेदारी ही नहीं कर रहे थे। उनकी नजर हुजूर सीट पर गड़ी थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें दक्षिण पश्चिम से मैदान में उतार कर बीते एक पखवाड़े से इस सीट को लेकर फंसे सारे पेंच निकाल दिए।
भारतीय जनता पार्टी भोपाल की दक्षिण पश्चिम सीट का फैसला करीब एक पखवाड़े से नहीं कर पा रही थी। पार्टी की टिकट फाइनल करने वाली बैठकों में भोपाल की शेष सभी 6 सीटों पर फैसला हो गया. लेकिन दक्षिण पश्चिम पर हर बैठक में पेंच फंस जाता था। यह प्रदेश की सबसे पाश और वीआईपी सीट मानी जाती है, क्योंकि प्रदेश की सरकार का संचालन करने वाली नौकरशाही का बड़ा हिस्सा इसी विधानसभा क्षेत्र का मतदाता है। चीफ सेकेट्री और डीजीपी से लेकर कई आला अफसर भोपाल दक्षिण पश्चिम के मतदाता हैं। सरकारी कर्मचारियों का बड़ा तबका भी इसी विधानसभा क्षेत्र में रहता है। इसलिए इस सीट पर प्रत्याशी का फैसला करते समय कांग्रेस और भाजपा दोनों बहुत सावधानी बरतते हैं। कांग्रेस ने एक बार फिर यहां से पीसी शर्मा को मैदान में उतरा है जो यहां से दो चुनाव जीत चुके हैं। पिछली बार जीतकर वे कमलनाथ सरकार में मंत्री भी बने थे। भाजपा में उनके मुकाबले के लिए कई नाम चर्चा में थे।इनमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व मंत्री उमा शंकर गुप्ता का था जो पिछले चुनाव में पीसी शर्मा से हार गए थे। उनके अलावा भाजपा के प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी भी प्रमुख दावेदार थे। भाजपा के जिला अध्यक्ष सुमित पचोरी और प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा का नाम भी चल रहा था। उमा शंकर गुप्ता अपनी जगह अपनी बेटी के लिए भी कोशिश में लगे थे। आखरी फैसला उमा शंकर गुप्ता और राहुल कोठारी के बीच होना था। लेकिन अंतिम मुहर भगवानदास सबनानी के नाम पर लगी जो हुजूर सीट से दावेदार थे। बताया जाता है कि केंद्रीय चुनाव समिति के समक्ष यह मुद्दा रखा गया कि कांग्रेस ने हुजूर सीट से सिंधी प्रत्याशी को मैदान में उताकर सिंधी वोटरों को साधने की कोशिश की है। अगर दक्षिण पश्चिम से सिंधी प्रत्याशी उतारा जाए तो संतुलन बन जाएगा। इस पर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भगवानदास सबनानी की पैरवी की। सभी ने एकमत से इस फैसले पर मुहर लगा दी। इस तरह उमा भारती के करीबी माने जाने वाले भगवान दास सबनानी हुजूर से दावेदारी करते करते दक्षिण पश्चिम से प्रत्याशी बन गए।सबनानी को टिकट देकर भाजपा ने बैरागढ़ में अपने परंपरागत मतदाताओं को टूटने से रोकने का दांव खेला है। सबनानी के नेतृत्व में मार्च में सिंधी समाज का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हुआ था। सिंधी बाहुल्य बैरागढ़ की विधानसभा सीट हुजूर और भोपाल दक्षिण पश्चिम की सीमाएं लगी हैं। हुजूर से बीजेपी ने वर्तमान विधायक रामेश्वर शर्मा को एक बार फिर मैदान में उतारा है।