बीजेपी की लोकसभा रणनीतिःअमित शाह, गड़करी, राजनाथ संभालेंगे मोर्चा
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 11 जनवरी। मध्यप्रदेश सहित तीन बड़े राज्यों के विधानसभा चुनाव में दो महीने पहले ही बंपर जीत हासिल करने वाली बीजेपी ने खुशियों की खुमारी को उतारकर लोकसभा में इसी तरह की सफलता के लिए काम शुरू कर दिया है। गुरुवार को राजधानी के निकटस्थ जिले सीहोर के एक रिसार्ट में आरएसएस (संघ) और भाजपा के दिग्गजों की बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति तय की गई। चुनाव के लिए प्रदेश के 29 लोकसभा क्षेत्रों को सात क्लस्टर मने बांटा जाएगा और अमित शाह, नितिन गड़करी, राजनाथ सिंह जैसे दिग्गज मोर्चा संभालेंगे। बैठक में सीएम और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल थे।
अप्रैल-मई 2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव की तैयारियों और सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा के लिए भाजपा की लोकसभा चुनाव योजना बैठक गुरुवार को सीहोर के एक रिसार्ट में हुई। बैठक में तय किया गया कि प्रदेश की 29 संसदीय सीटों को सात अलग-अलग क्लस्टर में बांटा जाएगा। क्लस्टर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी जैसे नेता समय समय पर यहां आकर मोर्चा संभालेंगे। मालवांचल के एक क्लस्टर में पांच सीटें रखी गई हैं, बाकी में चार-चार। हर लोकसभा क्षेत्र के लिए एक मंत्री और एक संगठन का प्रभारी नियुक्त किया जाएगा। बैठक में केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तैयार प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया। यह भी निर्णय लिया गया कि सभी मोर्चा प्रकोष्ठ अपने अपने वर्ग में जाकर नीचे तक लोगों से संवाद स्थापित करेंगे। भारतीय जनता युवा मोर्चा को चुनाव पूर्व 10 हजार नुक्कड़ सभाएं करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। पार्टी नेताओं ने कहा कि हमें किसी भी तरह की गलतफहमी न पालकर खुद को लोकसभा चुनाव में झोंक देना है। चुनाव प्रचार पूरी तरह सादगी भरा होगा, ताम-झाम के बजाए लोगों से संपर्क और संवाद को प्राथमिकता दी जाएगी। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को अवकाश घोषित करने का भी सुझाव दिया गया। केंद्र सरकार की योजनाओं के हर हितग्राही से संपर्क करने का भी निर्णय लिया गया। पार्टी नेताओं ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 58 प्रतिशत वोट मिले थे, इस बार इससे भी अधिक वोट मिलना चाहिए। राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश ने कहा कि हमें अति आत्मविश्वास से बचना है।
इस बैठक में मुख्यमंत्री डा मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, दोनों डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित मप्र सरकार के प्रमुख मंत्री, भाजपा के प्रमुख पदाधिकारी तथा संघ के प्रमुख अधिकारी शामिल थे। बैठक में लंबी अवधि तक मंथन हुआ।