बालाघाट बैलेट पेपर गड़बड़ी मामले में रिटर्निंग आफीसर पर भी गाज गिरी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 28 नवम्बर। चुनाव आयोग ने बालाघाट डाक मत पत्र गड़बड़ी मामले में तहसीलदार के बाद बालाघाट एसडीएम को भी निलंबित कर दिया है। वे रिटर्निंग आफीसर की भूमिका में थे।
कांग्रेस इतनी कार्रवाई के बाद भी संतुष्ट नहीं है। वह कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस के बड़े नेताओं ने दिल्ली में चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा है तो भोपाल में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जे.पी. धनोपिया ने मप्र निर्वाचन आयोग को एक फिर एक शिकायत सौंपते हुये कहा कि बीते 27 नवम्बर को गुरूनानक जयंती का अवकाश होने के बावजूद जिला निर्वाचन अधिकारी, कलेक्टर बालाघाट डॉ. गिरीश मिश्रा के निर्देश पर कर्मचारियों द्वारा बालाघाट में पोस्टल वोट से संबंधित स्ट्रांग रूम को खोलकर पोस्टल वोट्स के साथ छेड़छाड़ करने के अनुचित कार्य को जागरूक कार्यकर्ताओं द्वारा वीडियो बनाकर वायरल किया गया, जिसके आधार पर मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने निर्वाचन पदाधिकारी को उक्त घटना पर संज्ञान लेते बालाघाट कलेक्टर और उक्त कार्य में शामिल कर्मचारियों पर तत्काल कार्यवाही किये जाने की शिकायत की गई। धनोपिया ने कहा कि आगामी 3 दिसम्बर को मतगणना होना नियत है, लेकिन कलेक्टर बालाघाट द्वारा 27 नवम्बर को ही बालाघाट जिले की समस्त विधानसभाओं के पोस्टल वोट जो कि स्ट्रांग रूम में रखे हुये थे के साथ छेड़छाड़ की गई। कलेक्टर के निर्देश पर किया गया उक्त कृत्य अपराध की श्रेणी में आता है। उक्त कार्य की शिकायत प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा निर्वाचन पदाधिकारी राजन अनुपम के समक्ष व्यक्तिगत रूप से की गई, लेकिन लेकिन शिकायत उपरांत उनके द्वारा उपरोक्त गंभीर मामले पर बहुत ही हल्केपन से कार्यवाही की गई और मात्र नोडल अधिकारी को निलंबित किया गया तथा कलेक्टर जो कि सभी गतिविधियों के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होने के बावजूद उन्हें बचाने का कार्य किया जा रहा है। यहां तक कि कलेक्टर के विरूद्ध की गई शिकायत के बावजूद उन्हीं कलेक्टर महोदय को जांच देकर सिद्ध कर दिया कि पोस्टल वोट्स के साथ हुई छेडछाड को गंभीरता से नही लिया गया है।