प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद ही कांग्रेस में मचा घमासान
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 16 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा होते ही कांग्रेस में भी भाजपा की तरह घमासान मच गया है। कई स्थानों पर कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ प्रदर्शन किया। कई नेताओं ने पार्टी में अपने पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विद्रोह के स्वर भोपाल और दिल्ली तक पहुंच गए हैं। नाराज नेताओं ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और ज्ञापन दिया।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी 4 सूचियां जारी कर चुकी है और 136 उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। पहली सूची आने के बाद से शुरू हुआ विरोध का सिलसिला लगातार चलता रहा। कांग्रेस ने अभी सिर्फ एक सूची जारी की है जिसमें 144 प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए गए हैं, लेकिन कांग्रेस में भी घमासान बचा हुआ है। विद्रोह के स्वर बहुत तेज हो गए हैं और स्थिति यह बन गई है कि कई स्थानों पर पार्टी के नेताओं ने टिकट न मिलने से नाराज होकर पार्टी को टाटा कह दिया। टिकट बंटवारे को लेकर जिन सीटों पर सर्वाधिक विद्रोह हो रहा है उनमें खरगापुर, महाराजपुर, नरयावली, सुवासरा, उज्जैन उत्तर, ग्वालियर ग्रामीण, धर्मपुरी, आलोट, बिजावर, और बुधनी शामिल हैं। कांग्रेस ने बुधनी में शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ फिल्मी दुनिया के नायक विक्रम मस्तान को टिकट दिया है। विक्रम रामायण 2 में हनुमान का रोल करके चर्चित हुए है। लेकिन उनको टिकट मिलने के बाद पार्टी में घमासान मच गया। पार्टी के नेताओं औऱ कार्यकर्ताओँ ने भोपाल पहुंचकर पार्टी कार्यालय पर हंगामा किया। बुधनी से आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संतोष शर्मा ने कहा कि हम 18 सालों से शिवराज सिंह चौहान के सामने संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने मुंबई से आए हीरो को टिकट दे दिया, जिसने दो महीने पहले ही पार्टी की सदस्यता ली थी। सतना जिले की नागौद सीट से 2013 में विधायक रहे यादवेंद्र सिंह का टिकट कटा तो वह रो पड़े। उन्होंने अपनी पीड़ा जमकर जाहिर की और कहा कि वह लगातार कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे। वह पार्टी के हर कार्यक्रम और सभा में बहुत योगदान कर रहे थे। इसके बाद भी का टिकट काट दिया गया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ को घमंड हो गया है उनके घमंड को दूर कर दूंगा। टिकट कटने के बाद यादवेंद्र सिंह ने बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर ली। उनका दावा है कि वह पार्टी को पूरे अंचल में नुकसान पहुंचाएंगे। टीकमगढ़ जिले की खरगापुर सीट से लंबे समय से दावेदारी कर लगातार सक्रियता दिखा रहे प्रवक्ता अजय यादव बहुत नाराज हुए हैं। टिकट काटने पर उन्होंने पीसीसी डेलीगेट के पद से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव ने कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस नेतृत्व ने पिछड़े वर्ग को प्रतिनिधित्व देने की बात कही थी लेकिन टीकमगढ़ जिले में एक ही समाज के लोगों को टिकट दे दिए गए। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारे गए अवधेश नायक का भी जमकर विरोध हो रहा है। पूर्व विधायक राजेंद्र भारती विरोध करते हुए दिल्ली पहुंच गए और राहुल गांधी के समक्ष अपनी नाराजगी जताई है। ग्वालियर ग्रामीण सीट से दावेदारी कर रहे केदार कंसाना में अपने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अब केदार कंसाना निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं। इसी तरह छतरपुर जिले की महाराजपुर सीट पर दावेदारी कर रहे अजय दौलत तिवारी ने भी चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। यहां से पार्टी ने नीरज दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। आलोट विधानसभा सीट से मनोज चावला को टिकट दिए जाने पर कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने नाराजगी जताई है। वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ कहते हैं कि 4000 लोगों ने टिकट के लिए अप्लाई किया था टिकट सिर्फ एक व्यक्ति को ही दिया जा सकता है।