पेट्रोल की कीमतों पर पीएम के बयान ने राज्य सरकार को असमंजस में फंसाया
खरी खरी संवाददाता
भोपाल 27 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भोपाल के कार्यक्रम में पेट्रोल के भाव का मुद्दा छेड़कर मध्यप्रदेश में नई सियासी बहस छेड़ दी है। पीएम ने कहा था कि भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल की कीमते सौ रुपए प्रति लीटर से कम हैं, जबकि कांग्रेस शासित राज्यों में कीमते सौ रुपए से अधिक हैं। पीएम ने एमपी का नाम नहीं लिया लेकिन यह चर्चा का विषय बन गया क्योंकि भाजपा शासित एमपी में पेट्रोल 108.65 रुपए प्रति लिटर है।
भोपाल के मोतीलाल नेहरू पुलिस मैदान में भाजपा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पेट्रोल की कीमतों का जिक्र जिस कारण से भी किया लेकिन उनका कथन मध्यप्रदेश में बीजेपी को बड़ी मुश्किल में डाल गया। अब मांग उठ रही है कि शिवराज सरकार को मध्यप्रदेश में पेट्रोल सौ रुपए से कम करना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भोपाल की सभा में बताया है कि भारत में जहां जहां भी भाजपा की सरकारें हैं वहां पर पेट्रोल की कीमतें ₹100 प्रति लीटर से कम है। जबकि मध्यप्रदेश में पेट्रोल 108.65 रुपए लिटर में मिल रहा है। गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री की इस घोषणा के बावजूद मध्यप्रदेश में ₹8.65 पैसे अतिरिक्त क्यों बसूले जा रहे हैं ?भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए। करोड़ों उपभोक्ताओं के ₹8.65 पैसे जो अतिरिक्त वसूले गए हैं वह वापस लौटाए जाने चाहिए।
कांग्रेस के साथ अन्य विपक्षी दलों ने भी भाजपा सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा करने में कोई कोताही नहीं की है। आम आदमी पार्टी तो इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने की योजना बना रही है। आप का कहना है कि जब प्रधानमंत्री कह रहे हैं तब तो बीजेपी सरकार को कहना मानकर पेट्रोल की कीमतें कम करनी चाहिए। भाजपा इस मुद्दे पर असमंजस में फंस गई है, क्योंकि सरकार के पास जवाब नहीं है।