पीएम मोदी ने ग्वालियर में कहा, जिसे किसी ने नहीं पूछा उसे मोदी ने पूजा
खरी खरी संवाददाता
ग्वालियर, 2 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी-शास्त्री जयंती के मौके पर ग्वालियर करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकापर्ण करने के बाद सभी को संबोधित करते हुए कहा कि जिसे किसी ने नहीं पूछा, उसे मोदी ने पूछा और उसे पूजा भी। कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में हुए विकास कार्यों से अवगत कराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्वालियर के मेला ग्राउंड पर आयोजित समारोह में प्रदेश के 19 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। समारोह के बाद जनसभा को संबोधित करते पीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा ग्वालियर की ऐतिहासिक धरती साहस, स्वाभिमान, गौरव, संगीत, स्वाद और सरसों का प्रतीक है। ग्वालियर ने देश के लिए एक से एक क्रांतिवीर दिए हैं। ग्वालियर चंबल ने राष्ट्र रक्षा के लिए हमारी सेना के लिए अपनी वीर संतानें दीं। ग्वालियर ने भाजपा की नीति और नेतृत्व को भी आकार दिया है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी, कुशाभाऊ ठाकरे जी और अटल बिहारी वाजपेयी जी को ग्वालियर की धरती ने गढ़ा है। ग्वालियर की मिटटी अपने आप में प्रेरणा है, इस मिटटी से जो भी निकला उसने अपना जीवन खपा दिया, राष्ट्र के नाम कर दिया। हम जैसे करोड़ों भारतीयों को देश की आजादी के लिए लड़ने का सौभाग्य नहीं मिला लेकिन भारत को विकसित,समृद्ध बनाने का दायित्व हम सबके कंधों पर है। आज भी इस मिशन को आगे बढ़ाएं, फिर एक बार मैं आपके बीच ग्वालियर आया हूं। अभी यहां लगभग 19 हजार करोड़ रूपये के विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण हुआ है।पीएम ने कहा कि 2014 से पहले कोई भी दिव्यांग शब्द को नहीं जानता था। लेकिन अब दिव्यांगों के लिए कई योजनाएं हैं। उनके लिए ग्वालियर में स्पोर्ट सेंटर बनाया गया है। दुनिया में जहां भी दिव्यांगों के खेल की बात होगी तो वहां पर ग्वालियर का नाम जरूर लिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा एमपी का विकास वो लोग नहीं कर सकते, जिनके पास न तो कोई नई सोच है न विकास का रोडमैप है। इन लाेगों का सिर्फ एक ही काम है,देश की प्रगति से नफरत, भारत की योजनाओं से नफरत, अपनी नफरत में ये देश की उपलब्धियों को भी भूल जाते हैं। आज आप देखिए, पूरी दुनिया भारत का गौरव गान कर रही है। दुनिया में भारत का डंका बज रहा है या नहीं, आज दुनिया को भारत में अपना भविष्य दिखता है, लेकिन जो राजनीति में उलझे हुए हैं, कुर्सी के अलावा कुछ नजर नहीं आता है। उन्हें दुनिया में भारत का डंका बजना अच्छा नहीं लगता है। भारत नौ सालों में दसवें नंबर से पांचवे नंबर की आर्थिक ताकत बन गया है। लेकिन ये विकास विरोधी लोग सिद्व करने में लगे हैं कि ऐसा हुआ ही नहीं है।