नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने रावतपुरा सरकार को संत नहीं व्यापारी बताया
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 8 जुलाई। मप्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री और मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह ने एक बार चंबल अंचल के ख्यातनाम संत रावतपुरा सरकार पर हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष ने रावतपुरा सरकार को व्यापारी करार देते हुए उन पर धर्म के नास पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
रावतपुरा सरकार और डा गोविंद सिंह के बीच अदावत कोई नई बात नहीं है। एक ही जिले के होने के कारण दोनों के बीच लगातार टकराव बना रहता है। लगातार विवाद के बाद दोनों के बीच शांति हो गई थी. लेकिन जब से रावतपुरा सरकार के कुछ अनुयायियों ने संत जी के चुनाव लड़ने की संभावना जताई है तब से गोविंद सिंह फिर आक्रोशित हैं। वे कहते हैं कि हिंदू संत के रूप में पहचान बनाने वाले रावतपुरा सरकार व्यापारी हैं। वे हिंदू धर्म को मजबूत करने की बात कहकर स्कूल-कॉलेज और कई अन्य तरह के व्यापार कर रहे हैं। सरकारी जमीनों पर कब्जे कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि रावतपुरा सरकार ने पिछली बार उनके पास सरेंडर कर दिया था और राजनीति नहीं करने की बात कही थी लेकिन इस बार फिर वह भाजपा की सरकार बनाने के लिए लोगों को भड़का रहे हैं। कांग्रेस को हराने के लिए गांव-गांव जा रहे हैं। रावतपुरा सरकार को नेता प्रतिपक्ष ने व्यापारी बताते हुए कहा कि वह केवल स्कूल-कॉलेज नहीं चलता है बल्कि कई और भी व्यापार हैं।