नगरीय निकाय चुनावों पर लग सकता है बोर्ड परीक्षाओं का ग्रहण

Feb 26, 2021

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 26 फरवरी। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव पर एक बार फिर ग्रहण लगता दिखाई पड़ रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षाओं के बीच में चुनाव कराए जाने पर असहमति जताई है। इसके चलते चुनाव परीक्षाओं के बाद ही होने की संभावना बन रही है।
मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव पर लगातार ग्रहण लगता जा रहा है। चुनाव को लेकर पहले कमलनाथ सरकार ने कई दांवपेंच खेले। इसके चलते चुनाव निर्धारित समय पर नहीं हो पाए। पिछले साल मार्च में प्रदेश में सत्ता बदल गई। कांग्रेस को हटाकर भारतीय जनता पार्टी सत्तारूढ़ हो गई। भाजपा ने निकाय चुनाव के लिए नए सिरे से व्यूह रचना की। कोरोना की आड़ में चुनाव एक बार फिर आगे बढ़ा दिए गए। पहले इस बात की पूरी संभावना थी चुनाव दिसंबर के अंत तक हो जाएंगे लेकिन सरकार ने कोरोना के नाम पर हाथ खड़े कर दिए। इसके चलते फिर चुनाव आयोग को तारीखें आगे बढ़ाने का फैसला लेना पड़ा। हालांकि आयोग कभी कोई तारीख तय नहीं कर पाया था। नए साल में मामला पहुंच जाने के कारण मतदाता सूची का तकनीकी पेंच फंस गया। यह जरूरी हो गया कि चुनाव 1 जनवरी 2021 को अपडेटेड मतदाता सूची के साथ कराए जाए। इसलिए चुनाव आयोग ने मतदात सूची के अपडेशन का काम शुरू कर दिया। अभी कुछ दिन पहले मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया। इस पर कांग्रेस भाजपा सहित तमाम दलों ने आरोप-प्रत्यारोप के साथ अपनी प्रतिक्रिया जताई है। चुनाव आयोग ने इसके बाद भी अभी तक चुनाव की तारीखों का कोई फैसला नहीं किया है। इधर कांग्रेस लगातार बैलेट पेपर से चुनाव कराने का दबाव बना रही है। ऐसे में चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों को लेकर फिर कवायद में जुटा हुआ है। अभी तक तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने संकेत दिए हैं चुनाव एमपी बोर्ड की परीक्षाओं के बाद ही हो पाएंगे. राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त बी पी सिंह ने कहा है कि अधिकांश मतदान केंद्र स्कूलों में बनाए गए हैं। परीक्षाएं रोककर मतदान नहीं कराया जा सकता है। मतदान के लिए सभी स्कूलों को जहां मतदान केंद्र बनाए गए हैं तीन-चार दिन के लिए आयोग के कब्जे में लेना पड़ता है। ऐसे में यह संभव नहीं होगा की परीक्षाओं को रोक दिया जाए। उनका कहना है चुनाव टाले जा सकते हैं लेकिन परीक्षाएं नहीं टाली जा सकती हैं। इसलिए यह संभावना बन रही है कि अब प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव मई जून के बाद ही होंगे। चुनाव विशेषज्ञ मान रहे हैं कि तब तक मानसून का सीजन आ सकता है तो चुनाव को दीपावली के आसपास खिसकाया जा सकता है। अभी तक आधिकारिक तौर पर चुनाव को लेकर कोई घोषणा नहीं हुई है लेकिन इन सब घटनाओं से यह माना जा रहा है कि निकाय चुनाव पर एक बार फिर ग्रहण लगता दिख रहा है और चुनाव इस साल के अंत तक होने की संभावना लग रही है

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