दिग्विजय की एकता यात्रा में  टिकट के दावेदारों का बवाल 

Jul 07, 2018

खरी खरी संवाददाता  

भोपाल, 7 जुलाई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की एकता यात्रा भी पार्टी की गुटबाजी से नहीं बच पा रही है। टिकट के दावेदारों की बड़ी संख्या के कारण एकता यात्रा में हर जगह कोई न कोई सियासी तमाशा हो जाता है।

दिग्विजय सिंह की एकता यात्रा का यह दूसरा चरण है जो बुरहानपुर से शुरू हुआ था। इस यात्रा में निमाड़ और मालवा अंचल को कवर किया जाएगा। यात्रा के दौरान दिग्विजय समर्थकों की अच्छी खासी भीड़ जमा हो रही है। साथ ही अन्य गुटों के कार्यकर्ता भी इस कोशिश में यात्रा में पहुंच रहे हैं कि कहीं विधानसभा टिकट को लेकर कोई फैसला न हो जाए। इस कारण यात्रा मे हर जगह विवाद की स्थिति बन जाती है। बुरहानपुर, खंडवा और खरगोन तीनों ही जिलों में एकता यात्रा में कांग्रेस का बिखराव साफ दिखाई पड़ा। दिग्विजय सिंह ने खुद माना कि टिकट के दावेदारों की संख्या अधिक होने के कारण कुछ जगह स्थितियां बिगड़ जाती हैं।

कांग्रेस के निवृत्तमान प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के गृहनगर खरगोन में एकता यात्रा में जमकर गुटबाजी हुई। समन्वय स्थापित करने की दिग्विजय सिंह की कोशिशों को कांग्रेस के विभिन्न गुटों के नेता और कार्यकर्ता पलीता लगाते दिखाई पड़े। जिले भर से पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे टिकट बांटने नहीं सब को आपस में जोड़ने आए हैं। कार्यकर्ता उनसे कहने लगे कि कांग्रेस के नेताओं को एक साथ कर दो तो भाजपा को तो हम गिरा देंगे। दिग्विजय ने मंच से सभी कांग्रेस नेताओं को एक होने की भी नसीहत दे डाली। उन्होंने भावांतर योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश में मोदी और प्रदेश में शिवराजसिंह से बड़ा झूठा कोई नहीं मिलेगा। दिग्विजय सिंह की एकता यात्रा में उनकी पत्नी अमृता राय तथा कांग्रेस के कई अन्य नेता शामिल हैं। दिग्विजय सिंह ने अपनी नर्मदा यात्रा के समय ही कहा था कि यह उनकी गैर राजनैतिक यात्रा है लेकिन इसके पूरा होने के बाद वे राजनैतिक यात्रा करेंगे। इसी के चलते मई में उन्होंने ओरछा से एकता यात्रा के पहले चरण की शुरुआत की थी। इसमें उन्होंने बुंदेलखंड के तमाम इलाकों का दौरा किया था। एकता यात्रा के वर्तमान चरण की शुरुआत बुरहानपुर से हुई है और इस चरण में मालवा निमाड़ का दौरा कर रहे हैं।

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