तमाम खट्टी मीठी यादों के साथ समाप्त हुआ प्रवासी भारतीय सम्मेलन

Jan 10, 2023

खरी खरी संवाददाता 

इंदौर, 10 जनवरी। पूरे देश में अपनी स्वच्छता और व्यंजनों के लिए विख्यात इंदौर इस बार पूरी दुनिया में मेहमाननवाजी के लिए भी विख्यात हो गया। तीन दिन के प्रवासी भारतीय सम्मेलन में दुनिया भर से मेहमानों ने इंदौर के साथ साथ मध्यप्रदेश की मेहमाननवाजी की जमकर तारीफ की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आखिरी दिन सम्मेलन में हुई समस्याओं के लिए जिस तरह से अतिथियों से मंच से हाथ जोड़कर माफी मांगी, वह अमिट छाप छोड़ गई।

प्रवासी भारतीय सम्मेलन के आखिरी दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाले 27 प्रवासी भारतीयों को सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने कहा भारत वसुधैव कुटुंबकम की भावना से काम में लगा है। आज कई चुनौतियां हैं। भारत विश्व के साथ मिलकर इन चुनौतियों से निपटने में लगा है। राष्ट्रपति ने कहा हर क्षेत्र में भारतीय एक ऊर्जा और आत्मविश्वास से भरे हैं। भारतीय समुदाय अब विश्व की लीडरशिप करने के लिए तैयार है। कठिन परिश्रम से अपने जीवन के हर क्षेत्र में चुनौतियों के साथ उपलब्धियां हासिल की हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। पीएम ने कहा कि आज भारत को आशा और जिज्ञासा की दृष्टि से देखा जा रहा है। वैश्विक मंच पर भारत की आवाज सुनी जा रही है, भारत इस साल के जी-20 का मेजबान भी है। हम इसे केवल एक कूटनीतिक घटना नहीं बनाना चाहते, बल्कि लोगों की भागीदारी का कार्यक्रम बनाना चाहते हैं।पीएम मोदी ने कहा कि मैं सभी भारतीय प्रवासियों को भारत का ब्रांड एंबेसडर कहता हूं। भारत के ब्रांड एंबेसडर के रूप में आपकी भूमिका विविध है। आप मेक इन इंडिया, योग, हस्तशिल्प उद्योग और साथ ही भारत के बाजरा के ब्रांड एंबेसडर हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सम्मेलन के आखरी में सीएम बेहद भावुक हो गए। उन्होंने असुविधाओं पर अफसोस जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता ही ऐसी है कि हॉल छोटा पड़ गया। दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। हमारा प्यार दिल में रखकर जाइये और हमें याद रखिये। यह संवाद सम्मेलन पर अमिट छाप छोड़ गया।