चौथे चरण में एमपी में सबसे ज्यादा वोटिंग, फिर भी पिछले चुनाव से पीछे रह गए
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 13 मई। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा करीब 72 फीसदी वोटिंग होने के बाद भी प्रदेश में पिछले चुनाव की तुलना में करीब चार फीसदी वोट कम पड़े हैं। चौथे चरण की सबसे चर्चित सीट इंदौर में 56.53 फीसदी मतदाता ही वोट डालने पहुंचे। यह आंक़ड़ा पिछले चुनाव के वोट प्रतिशत 69.33 से 12.80 फीसदी कम है। चौथे चरण में मध्यप्रदेश की आठ सीटों पर वोट डाले गए और इसी के साथ मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों पर चुनाव प्रक्रिया पूरी हो गई। कई सीटों पर बरसते पानी में वोट डाले गए।
मध्यप्रदेश में चौथे चरण की वोटिंग समाप्त होने के साथ ही प्रदेश में लोकसभा चुनाव की वोटिंग पूरी हो गई। चौथे चरण में आठ सीटों पर चुनाव हुए जो सभी मालवा निमाड़ अंचल की हैं। इनमें इंदौर, देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, खंडवा और खरगोन लोकसभा सीटें शामिल हैं। इस चरण में 6 सांसदों और एक पूर्व केंद्रीय मंत्री सहित 74 प्रत्याशियों की सियासी किस्मत का फैसला 1.63 करोड़ मतदाताओं ने ईवीएम में कैद कर दिया। इन 8 सीटों में इंदौर पर पूरे देश की निगाहें लगीं थीं। इंदौर में भाजपा की जीत पक्की होने के बाद भी कांग्रेस प्रत्याशी को मैदान से हटाने की साजिश ने भाजपा को ज्य़ादा संकट में डाल दिया है। इसका असर आसपास की अन्य सीटों पर होने की आशंका जताई जा जा रही है। यही कारण है कि वोटिंग वाले दिन भी भाजपा के दिग्गज बूथ मैनेजमेंट में ही लगे रहे। कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नेता भी बूथ संभालते देखे गए।
चौथे चरण में एमपी की 8 सीटों पर वोटिंग
देवास |
79.51 |
71.53 |
|
धार |
75.26 |
67.55 |
|
इंदौर |
69.33 |
56.53 |
|
खंडवा |
76.9 |
68.21 |
|
खरगोन |
77.85 |
70.8 |
|
मंदसौर |
77.89 |
71.76 |
|
रतलाम |
75.7 |
70.61 |
|
उज्जैन |
75.43 |
70.44 |