गोड़से की पूजा करने वाले हिंदू महासभा के चार कार्यकर्ता ग्वालियर में गिरफ्तार

Nov 29, 2019

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 29 नवंबर। लोकसभा में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की टिप्पणी के बाद मचे भारी हंगामे के बीच ग्वालियर में हिंदू महासभा के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। उन पर आरोप है कि वे महात्मा गांधी के बारे में "आपत्तिजनक" शब्दों वाले पर्चे बांट रहे थे। हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने 15 नवंबर को संगठन के दफ्तर में गोडसे की पुण्यतिथि मनाई थी और उसकी पूजा की थी।

पुलिस के मुताबिक, कार्यक्रम के एक दिन पहले, दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ताओं ने दौलतगंज इलाके में कथित रूप से पर्चे बांटे थे, जिसमें महात्मा गांधी के बारे में "आपत्तिजनक" बातें लिखी थीं। बाद में दायर एक शिकायत के आधार पर, कोतवाली पुलिस स्टेशन ने आईपीसी की धारा 153-A (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने) के तहत हिंदू महासभा सदस्यों नरेश बाथम और अन्य के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई। एक स्थानीय निवासी शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पर्चे में इस्तेमाल की गई भाषा गांधीवादियों की भावनाओं को आहत करती है। कोतवाली पुलिस स्टेशन के प्रभारी विवेक अस्थाना ने कहा, "मामले की जांच के बाद, नरेंद्र बाथम, पवन माहौर, किशोर और आनंद माहौर - इन चार लोगों को पिछले दो दिनों के दौरान गिरफ्तार किया गया है।हिंदू महासभा के दफ्तर में 15 नवंबर को संगठन के सदस्यों ने गोडसे और नारायण आप्टे की 'आरती' की थी। आप्टे को भी गांधी की हत्या के लिए फांसी पर चढ़ाया गया था। गोडसे और आप्टे को 15 नवंबर, 1949 को अंबाला जेल में फांसी दी गई थी। हिंदू महासभा ने 15 नवंबर, 2017 को अपने दफ्तर में गोडसे की एक मूर्ति लगाई थी और 'प्राण प्रतिष्ठा' (अभिषेक) की रस्म अदा की थी। हालांकि, भारी हंगामे के बाद स्थानीय प्रशासन ने मूर्ति को हटा दिया था।

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