कांग्रेस में मचा घमासान, टिकट कटने से नाराज नेताओं के बदले सुर

Oct 20, 2023

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 20 अक्टूबर। हर हाल में इस बार कमलनाथ सरकार बनने का दावा मप्र कांग्रेस के रणऩीतिकारों के लिए महंगा पड़ रहा है। पार्टी के सत्ता में आने की प्रबल संभावना के दावों ने टिकट के दावेदारों की भीड़ बढ़ा दी है। पार्टी ने लगभग सभी सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। ऐसे में इस भीड़ में से टिकट से वंचित रह गए अधिकांश नेताओं ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। कई जगह टिकट कटने से नाराज नेताओं के समर्थकों ने पार्टी दफ्तर पर प्रदर्शन  किए।

मुरैना में टिकट कटने से नाराज दो विधायकों ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सुमावली से विधायक अजब सिंह कुशवाह तो बगावत कर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हो गए। इससे पहले उनके समर्थकों ने कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी कर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ व पार्टी नेता डा. गोविंद सिंह के पुतले फूंके। वहीं मुरैना से विधायक राकेश मवई ने टिकट कटने से नाराज होकर चुनाव में पार्टी के लिए काम नहीं करने का ऐलान कर दिया है। सिंधिया खेमे की बगावत के चलते हुए उपचुनाव में राकेश कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीतकर विधायक बने थे। अब पार्टी ने उनका टिकट काटकर दिनेश गुर्जर को मैदान में उतारा है। दोनों विधायकों का दावा है कि इस नाराजगी का असर मुरैना जिले की सभी 6 सीटों पर पड़ेगा। अजब सिंह कुशवाह तो दावा कर रहे हैं कि वे मुरैना जिले की सभी 6 सीटें हरवाकर कमलनाथ को भेजेंगे। उनका कहना है कि उन्हें उन पर चल रहे सभी केस खत्म करने के लिए कहा गया। उन्होंने मेहनत करके अपने ऊपर लगे केस खत्म करवाए, इसके बाद भी उनका टिकट काट दिया गया। राकेश मावई कहते हैं कि कमलनाथ अपनी सरकार गिरने के बाद सबसे पूछ रहे थे कि उनका कुसूर क्या था। आज मैं उनसे पूछ रहा हूं कि मेरा कुसूर क्या था।

उधर गोटेगांव में टिकट बदले जाने से नाराज शेखर चौधरी के समर्थकों ने कमलनाथ के घर पर प्रदर्शन किया। पहली लिस्ट में गोटेगांव से शेखर चौधरी को टिकट दिया गया था, लेकिन दूसरी लिस्ट मे उनका टिकट काटकर वर्तमान विधायक एन.पी. प्रजापति को थमा दिया गया। इससे शेखर समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर हैै। उज्जैन उत्तर सीट से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे विवेक यादव टिकट नहीं मिलन से बेहद नाराज हैं और निर्दलीय चुनाव लड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। उज्जैन उत्तर से पार्टी ने माया त्रिवेदी को प्रत्याशी बनाया है। महू में पार्टी के कद्दावर नेता अंतर सिंह दरबार ने भी टिकट कटने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव मैदान मे उतरने का मन बना लिया है। महू से पार्टी ने हाल ही मे भाजपा छोड़कर आए रामकिशोर शुक्ल को टिकट दिया है। रामकिशोर शुक्ल 2003 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए थे और हाल ही कांग्रेस में वापस आए हैं। टीकमगढ़ दिले की खरगापुर सीट से दावेदार अजयसिंह यादव टिकट नहीं मिलने से इतना नाराज है कि उन्होंने टिकट का ऐलान होते ही पार्टी के सभी दायित्वों से इस्तीफा दे दिया। उनका आरोप है कि कमलनाथ की कांग्रेस पिछड़ों केहितों की राजनीति कर रही है लेकिन उन्हें टिकट देने से पर परहेज कर रही है। वे खुद इस अन्याय  का शिकार हुए हैं। 

 

Category: