विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में पैराशूट लैंडिंग टिकट का आधार नहीः कमलनाथ
खरी खरी संवाददाता
अशोकनगर, 15 सितंबर। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने एक बार फिर कहा है कि पैराशूट लैंडिंग से टिकट नहीं मिलेगा। टिकट सर्वे में नाम आने और जीतने की क्षमता वाले व्यक्ति को ही मिलेगा। दूसरे दलों से आने वाले नेताओँ को भी स्थानीय संगठन की सहमति के बाद ही टिकट दिया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष अशोकनगर में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। वे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के साथ अशोकनगर में जनसभा को संबोधित करने आए थे।
मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि टिकट के लिए हमने सर्वे कराया है। एआईसीसी ने सर्वे कराया है उसी हिसाब से टिकट वितरण होगा।दूसरी पार्टी से नेता कांग्रेस में आ रहे हैं, उनके टिकट का फैसला भी इसी आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस का स्थानीय संगठन स्वीकार नहीं करता है तब तक कोई भी कांग्रेस में नहीं लिया जाता है। अभी जिन्होंने ज्वाइन किया है तो आपने देखा होगा मंच पर हमारा स्थानीय संगठन भी मौजूद रहा है। हमारे स्थानीय संगठन को सबसे पहले उन्हें स्वीकार करना है और टिकट कोई पैराशूट से नहीं दिया जाएगा। इंडिया गठबंधन को लेकर पीएम मोदी के बयान पर कमलनाथ ने कहा कि सनातन धर्म को तो हम सब स्वीकार करते हैं। यह कोई कहने की आवश्यकता है। अपना देश सनातन धर्म का भी है और बाकी धर्म का भी। पर सनातन धर्म कोई यह शिक्षा नहीं देता कि दूसरे धर्म को दूर रखा जाए।सिंधिया से जुड़े सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अब सिंधिया जी भारतीय जनता पार्टी में हैं। उनका भविष्य अब भाजपा तय करेगी। मुफ्त की योजनाओं पर नाथ ने कहा कि ये कल्चर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुरू किया है। शिवराज की घोषणा मशीन डबल स्पीड पर चल रही है। कांग्रेस सरकार बनने पर पुरानी पेंशन लागू किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने यह कई दफा घोषणा की है कि हम पुरानी पेंशन बहाल करेंगे। उन्होंने चर्चा में कहा कि आम जनता ने यह बात समझ ली है और पहचान ली है। मध्य प्रदेश का हर वर्ग परेशान है चाहे, हमारे नौजवान हों, किसान हों, छोटे व्यापारी हों। हम इस जिले की ही बात करें तो कितने सारे आश्वासन दिए गए। अस्पतालों की बात हो तो अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं, स्कूल में शिक्षक नहीं हैं। खंबों में कहीं तार नहीं और तार में बिजली नहीं है। ये आज अशोकनगर जो प्रसिद्ध जिला है खेती के लिए यहां 30% सूखा पड़ा है। लेकिन कोई सर्वे नहीं कोई मुआवजा नहीं। यह आज स्थिति सबके सामने है।