कांग्रेस ने प्रियंका के हाथों चलवाया ब्रह्मास्त्र, स्कूली बच्चों को हर महीने वजीफा
खरी खरी संवाददाता
मंडला, 12 अक्टूबर। इस बार विधानसभा चुनाव किसी भी हालत में जीतने की कवायद में जुटी कांग्रेस ने मंडला में चुनावी सभा करने आईं पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के हाथों चुनावी ब्रह्मास्त्र चलवा दिया। प्रियंका ने मंडला कभी सभा में ऐलान किया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर स्कूली बच्चों के लिए पढ़ो पढ़ाओ योजना शुरू की जाएगी। इसके तहत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को पांच सौ रुपए से लेकर डेढ हजार रुपए हर महीने दिए जाएंगे। यह घोषणा कांग्रेस के लिए चुनावी ब्रह्मास्त्र मानी जा रही है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी गुरुवार को आदिवासी बाहुल्य जिले मंडला में थीं। आदिवासी वोटरों के बीच प्रियंका ने इमोशनल दांव खेलने की भरपूर कोशिश की। उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि मेरी शक्ल मेरी दादी से मिलती है, इसलिए आप सभी लोग मुझे देखने आते हैं। इंदिरा जी मेरी दादी तो थी, लेकिन आपने उनको इंदिरा माता कहा। मैं उनकी पोती हूं, मेरी शक्ल उनसे मिलती है। आपको इंदिरा जी पर भरोसा था, क्योंकि उन्होंने काम कर के दिखाया था, आप उन्हें माता कहते हैं। मेरी जिम्मेदारी बनती है कि जो काम इंदिरा जी ने शुरू किया था, उसे आगे बढ़ाने की बात हो। आपको याद होगा इंदिरा जी ने आपको पट्टे दिलाएं थे, इसी भावना से दिलाए थे कि ये आपकी जमीन है और आपको आपकी शक्ति मिलनी चाहिए। जो संपत्ति है देश की प्रदेश की हम चाहते हैं आपके हाथों में जाए। आपकी शक्ति आपको मिले।
शिवराज सरकार की योजनाओं का पोस्टमार्टम करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने एक बड़ा दांव चल दिया। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बताए अनुसार प्रियंकां गांधी ने घोषणा की कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रत्येक स्कूली बच्चे को पढ़ो और पढ़ाओ योजना के तहत हर महीने 500 रुपए से 1,500 रुपये दिए जाएंगे। कक्षा-1 से कक्षा-8 तक के बच्चों को 500 रुपये दिए जाएंगे। फिर कक्षा-9 और कक्षा-10 के बच्चों को एक हजार रुपये और कक्षा-11 और कक्षा-12 के बच्चों को 1,500 रुपये प्रति महीने दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। इस योजना का नाम पढ़ो और पढ़ाओ होगा। इस योजना के तहत प्रत्येक स्कूली बच्चे को प्रोत्साहन के तहत धनराशि दी जाएगी। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी के भाषण में यह मुद्दा संभवतः बाद में जोड़ा था। प्रियंका का भाषण समाप्त होने पर कमलनाथ ने उन्हें नई पर्ची देकर स्कूली बच्चों को धनराशि दिए जाने की घोषणा करवाई। संभवतः कमलनाथ यह घोषणा खुद करने चाहे रहे हों लेकिन अचानक तय हुआ हो कि प्रियंका गांधी के हाथों घोषणा करवाना ठीक रहेगा। इसलिए फिर प्रियंका गांधी से घोषणा करवाई गई। कांग्रेस मान रही है कि यह बड़ा चुनावी दांव होगा।