कांग्रेस की नई नियुक्तियों में दिग्विजय सिंह खेमे की चली
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 6 जुलाई। विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े मध्यप्रदेश में सत्ता सिंहासन तक पहुंचने के लिए तमाम कोशिशें कर रही कांग्रेस में पावर प्ले का गेम नहीं बंद हो पा रहा है। कांग्रेस के शो मैन कमलनाथ को बैकफुट करने की कोशिश उन नेताओं द्वारा लगातार की जा रही है जो हाथ में हाथ डालकर कमलनाथ की अगुवाई में जीत का दम भरते हैं। कांग्रेस ही नहीं बल्कि प्रदेश की सियासत के बड़े खिलाड़ी दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर बड़ा दांव खेलकर इस आरोप को सच साबित कर दिया है। प्रदेश में कांग्रेस में नई नियुक्तियां करवाने में दिग्विजय सिंह की चली और उन्होंने सभी गुटों को धता बताते हुए अपने लोगों को जिला अध्यक्ष भी बनवा दिया।
कांग्रेस की नई नियुक्तियों में भोपाल- इंदौर में दिग्विजय सिंह गुट का कब्जा हुआ है। भोपाल में पचौरी गुट के अध्यक्ष कैलाश मिश्रा को जिला अध्यक्ष पद से हटा कर प्रदेश में भेज दिया गया। दिग्विजय खेमे के मोनू सक्सेना अध्यक्ष बना दिए गए। खंडवा शहर में पूर्व में कमलनाथ जी ने अपने हस्ताक्षर से अध्यक्ष बना दिया था जो उनको अधिकार नहीं था।अब खंडवा शहर अध्यक्ष की नियुक्ति एआईसीसी से अप्रूवल होकर जारी हुई है। खंडवा शहर मैं अरुण यादव को झटका लगा है कि क्योंकि कमलनाथ गुट का अध्यक्ष बनाया गया है।खंडवा ग्रामीण अध्यक्ष दिग्विजय सिंह जी के खाते में गया है। उज्जैन में मुस्लिम समाज के बारे में टिप्पणी करने पर हटाए गए अध्यक्ष को वापस से अध्यक्ष बनाने की तैयारी हो रही है। इंदौर में जीतू पटवारी समर्थक अरविंद बागड़ी को पूर्व में अध्यक्ष बनाया गया था ,बाद में उनकी नियुक्ति होल्ड कर दी गई थी , आज पटवारी को भी झटका दे दिया गया। इंदौर में कमलनाथ गुट के विनय बाकलीवाल वापस से अध्यक्ष नही बन पाए और उन्ही के गुट के गोलू अग्निहोत्री भी अध्यक्ष नहीं बन पाये। दिग्विजय सिंह गुट का इंदौर पर कब्जा हुआ है। कुल मिलाकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन के विभिन्न पदों पर धीरे-धीरे दिग्विजय सिंह गुट का कब्जा बढ़ता जा रहा है ,अन्य सभी गुट हाशिए पर हो रहे हैं।