कमलनाथ ने महाकाल से की शिवराज की शिकायत
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 13 जुलाई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के महाकाल के दरबार से शुरू हो रहे चुनाव अभियान के एक दिन पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने महाकाल बाबा से शिवराज सिंह की शिकायत की है और उनके कुशासन से प्रदेश को मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की है।
मध्यप्रदेश की सियासत अब बाबा महाकाल के दरबार में पहुंच गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी 14 जुलाई को महाकाल के दरबार से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इस अभियान के तहत 55 दिन की जनआर्शीवाद यात्रा पर निकलने जा रहे मुख्यमंत्री पहले महाकाल की पूजा अर्चना करेंगे और उनसे एक बार फिर प्रदेश की सत्ता में भाजपा की वापसी का वरदान मांगेगे। कांग्रेस इस यात्रा के पीछे पीछे 18 जुलाई से पोलखोल यात्रा निकालने का प्लान पहले ही कर चुकी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इस अभियान में शामिल होंगे। इसके एक दिन पहले कमलनाथ ने बाबा महाकाल को शिवराज के खिलाफ शिकायती पत्र लिख मारा। कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा प्रदेश अध्यक्ष का यह पत्र महाकाल बाबा के दरबार में दे भी आए
ऐसा इसलिए किया गया है ताकि कल शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह महाकाल के दरबार में पहुंचे तो उनकी शिकायत महाकाल के पास पहले से रहे।कमलनाथ ने लिखा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आपको पांच साल पहले 2013 में पत्र लिखकर वादा किया था कि प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आज वही शिवराज आपकी नगरी से फिर से चुनावी जन आर्शीवाद यात्रा निकालने के लिए आपके समक्ष आ रहे हैं। धार्मिक आस्था के नाम पर मतदाताओं को ठगने का खेल खेलने की तैयारी है। जबकि प्रदेश की स्थिति भयावह है, हर दिन किसान आत्महत्या कर रहा है। प्रदेश में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।"
पांच साल पहले भी जब शिवराज सिंह चौहान ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की थी तो पहले महाकाल के दरबार में माथा टेका था। उन्होंने महाकाल को एक पत्र भी दिया था जिसमें यह अनुरोध किया गया था कि भगवान महाकाल भाजपा को फिर से सत्ता में आने का वरदान दें। महाकाल ने शिवराज सिंह की मांग पूरी कर दी और भाजपा फिर सत्ता में आ गई। इस बार फिर शिवराज सिंह महाकाल बाबा को प्रार्थना पत्र सौपेंगे। इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष ने एक दिन पहले ही महाकाल को पत्र देकर शिवराज सिंह की शिकायत कर दी। अब देखना है कि बाबा महाकाल कमलनाथ की सुनते हैं अथवा शिवराज सिंह चौहान की।