एमपी विधानसभा का सत्र होगा हंगामेदार
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 16 जुलाई। सोमवार से शुरू हो रहा मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं। संसदीय कार्य मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा के इस्तीफे अथवा बर्खस्तागी की मांग को लेकर सदन में घमासान मचने की पूरी संभावना है। सत्र के पहले दिन निधन उल्लेख और राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के चलते सदन चलने की उम्मीद कम ही है लेकिन दूसरे दिन से हंगामा शुरू होने की संभावना बढ़ती जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह पहले ही कह चुके हैं कि अगर संसदीय कार्य मंत्री का इस्तीफा नहीं हुआ अथवा मुख्यमंत्री ने उनको बर्खास्त नहीं किया तो सदन में वह स्थिति बन सकती है जो पहले शायद कभी नहीं बनी होगी। यह सत्र 28 जुलाई तक चलना है और इसमें 10 बैठके तय की गई हैं, लेकिन जिस तरह का माहौल बन रहा है, उससे इस बात की उम्मीद कम है कि सत्र की सभी बैठकें हो पाएंगी। विपक्ष नरोत्तम मिश्रा का इस्तीफा अथवा बर्खास्तगी जैसे मुद्दे से उबरने के बाद किसान आंदोलन और मंदसौर गोली कांड को लेकर सरकार पर हमला बोलने के लिए कमर कस कर बैठा है। वहीं सरकार इस कोशिश में रहेगी कि किसी भी तरह सप्लीमेंट्री बजट पास हो जाए और कुछ जरूरी विधेयक पास हो जाएं. उसके बाद भले ही सत्रावसान कर दिया जाए। इसी के चलते रविवार को शिवराज कैबिनेट के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्पीकर सीतासरन शर्मा से भेंटकर उनका ध्यान नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बयान की ओर दिलाया। मंत्रियों नेकहा कि नेता प्रतिपक्ष के बयान के बाद से विधायक डरे हुए हैं और इसलिए उनकी सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। स्पीकर ने आश्वस्त किया है कि वे नेता प्रतिपक्ष से इस मामले में बात करेंगे।