एमपी को फिर मिला टाइगर स्टेट का दर्जा, ताजा रिपोर्ट में बाघों की संख्या बढ़ी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 29 जुलाई। विश्व टाइगर दिवस 29 जुलाई की सुबह मध्यप्रदेश के खुशखबर लेकर आई। मध्यप्रदेश को एक बार फिर टाइगर स्टेट का दर्जा मिल गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर टाइगर सेंसेस रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में वर्तमान में 526 बाघ हैं। उल्लेखनीय है कि एमपी में लगातार अवैध शिकार के कारण बाघों की मौत के बावजूद एक बार फिर टाइगर स्टेट का दर्जा मिलना गौरव की बात मानी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर बाघों की संख्या पर रिपोर्ट जारी कर दी। देश भर में बाघों की संख्या को लेकर आंकड़े जारी किए गए हैं। नए आंकड़ों के मुताबिक देश में बाघों की कुल संख्या 2967 पहुंच गई है। इसके मुताबिक 2014 के मुकाबले देश में 741 बाघ बढ़ गए हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दी बधाई
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस उपलब्धि पर बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि बाघ प्रदेश का दर्जा पुनः हासिल करने पर प्रदेश के सभी नागरिको को बधाई। सभी राष्ट्रीय उद्यानों के प्रबंधन अमले को , बाघ संरक्षण से जुड़ी सभी संस्थाओं, व्यक्तियों, विशेषज्ञों को भी इस उपलब्धि के लिये बधाई।
पहले भी रह चुका है टाइगर स्टेट
वर्ष 2006 तक मध्यप्रदेश 300 बाघों के साथ टाइगर स्टेट बना था। 2010 में यह राज्य कर्नाटक और 2014 में उत्तराखंड से पिछड़ गया था। एनटीसीए की रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में भोपाल, होशंगाबाद, पन्ना, मंडला, सिवनी, शहडोल, बालाघाट, बैतूल और छिंदवाड़ा के जंगल शिकारियों की पनाहगाह बन गए हैं। मध्यप्रदेश में सन 2012 से अब तक 141 बाघों की मौत हुई है। इनमें से सिर्फ 78 मौतें सामान्य हैं। वन मंत्री उमंग सिंघार कहते हैं कि पोचिंग की संख्या कम है, कानफ्लिक्ट ज्यादा है।