ईवीएम से फूल वाली पर्ची निकलने पर मचा सियासी बवाल
(खरी-खरी संवाददाता)
भोपाल, 1 अप्रैल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की दो सीटों के लिए इसी महीने होने जा रहे उपचुनाव की गर्माहट के बीच ईवीएम को लेकर सियासी संग्राम मच गया है। यह बवाल भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तैयारियों के लिए ईवीएम मशीनों के डेमो के दौरान सामने आई गड़बड़ियों के बाद मचा है । वहां ईवीएम मशीनों के डेमों के दौरान दो अलग-अलग बटन दबाने पर भी भाजपा के चुनाव चिन्ह की पर्ची निकली थी। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) सलीना सिंह को हटाने और ईवीएम से वोटिंग नहीं कराने की मांग पर अड़ गए हैं। सीईओ सलीना सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर सफाई दी, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह शुक्रवार को अटेर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने गई थीं। उनकी मौजूदगी में ईवीएम मशीनों का डेमो किया गया। यहां पहली बार ईवीएम मशीनों के साथ वीवीपेट का उपयोग किया जा रहा है। इसके तहत मतदाता को यह जानकारी मिल जाती है कि उसने जिस प्रत्याशी को वोट दिया है, वह उसके खाते में दर्ज हो गया कि नहीं। बताते हैं कि डेमो के दौरान पहली बार बटन दबाने पर वीवीपेट से भाजपा के चुनाव चिन्ह वाली पर्ची निकली थी। इसके बाद दूसरा बटन दबाने पर भी भाजपा के चिन्ह वाली पर्ची ही निकली थी। बताते हैं कि इस तकनीकी खामी को देखते हुए सीईओ सलीना सिंह ने वहां मौजूद पत्रकारों से हंसी मजाक में कह दिया कि अगर किसी ने यह खबर दिखाई तो उसे थाने में बंद करवा देंगी। वहीं से ऐसा बवाल मचा जिसकी धमक अब अटेर से भोपाल और दिल्ली तक सुनाई दे रही है।
भोपाल में कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस करके सलीना सिंह को हटाए जाने और ईवीएम का उपयोग अटेर और बांधवगढ़ दोनों ही जगह नहीं कराए जाने की मांग की। वहीं आम आदमी पार्टी ने इन्ही दो मांगों को लेकर निर्वाचन आयोग के कार्यालय पर प्रदर्शन किया। सीपीएम ने भी सीईओ सलीना सिंह को हटाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग को शिकायत भेजी है। कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल सीईओ सलीना सिंह को भाजपा का एजेंट बताते हुए उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के तो कई दिग्गज नेताओं ने नई दिल्ली में चुनाव आयोग से भेंट कर मप्र के उपचुनावों में ईवीएम का उपयोग नहीं किए जाने की मांग की। अटेर की घटना को उत्तर प्रदेश के चुनावों के बाद बसपा अध्यक्ष मायावती के उस आरोप से जोड़ा जा रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी बटन दबाने पर वोट भाजपा के खाते में जा रहे थे।
अटेर से भोपाल और दिल्ली तक मचे सियासी बवाल के बीच मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने भोपाल में बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर सफाई दी। उन्होंने इस बात को गलत बताया कि अटेर में डेमो के दौरान दोनों बटन दबाने पर भाजपा की पर्ची निकली थी। उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीनों को टेंपर्ड करना संभव नहीं है। उन्होंने आश्वस्त किया कि ईवीएम और वीवीपैट एकदम सुरक्षित है। लेकिन उनकी सफाई के बाद भी विवाद थमने काम नाम नहीं ले रहा है।