इंदौर में मातम में बदली रामनवमी की खुशियां, एक दर्जन की जल समाधि
खरी खरी संवाददाता
इंदौर, 30 मार्च। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में रामनवमी की खुशियों पल भर में मातम में बदल गईं। शहर के बेलेश्वर मंदिर में हवन के दौरान बाबड़ी की छत धंस जाने से छत पर बैठे करीब दो दर्जन लोग पानी से बाबड़ी में डूब गए। तमाम कोशिशों के बाद भी करीब एक दर्जन लोगों को नहीं बचाया जा सका। अन्य लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर अफसोस जाहिर करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान से हादसे का हाल जाने और कई निर्देश दिए। मुख्यमंत्री हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं और हताहतों के लिए मदद का ऐलान किया है।
मंदिर में सुबह हवन-पूजन का कार्यक्रम चल रहा था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आसपास के काफी लोग पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक मंदिर में हर साल राम नवमी के मौके पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होता है। ऐसे में इस बार भी इस मौके पर यज्ञ हो रहा था। इसमें शामिल होने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंच थे। जगह कम होने के कारण तमाम श्रद्धालु बाबड़ी की छत पर बैठे थे। करीब साठ साल पुरानी बाबड़ी पर लगभग दस साल पहले स्लैब डालकर बावड़ी को बंद कर दिया गया था। ज्यादा लोगों के बैठे जाने से छत धसक गई औऱ लोग पानी में जा गिरे। घटना की सूचना मिलते ही अफरा तफरी मच गई। राहत एवं बचाव कार्य तेजी के साथ शुरू किया गया लेकिन शहर में रावनवमी के कई आय़ोजन होने के कारण प्रशासन उसमें भी व्यस्त था। राहत एवं बचाव के लिए तमाम टीमें उतार दी गईं। सकरी जगह होने के कारण भी कई दिक्कते आईं। एक दीवार बचाव कार्य में बाधा बन रही थी, उसे तोड़ने में भी समय लग गया। तमाम कोशिशों के बाद भी करीब 19 लोगों को बचाया जा सका और करीब 11 लोग जिंदा नहीं निकाले जा सके।वही इस घटना की सुचना मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुःख व्यक्त किया हैं, उन्होंने ट्वीट कर कहा हैं कि, इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात कर स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है। मेरी प्रार्थना उन सभी प्रभावितों और उनके परिवारों के साथ है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे के बाद डीएम और कमिश्नर से फोन पर बात की और तमाम निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने 11 व्यक्तियों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अनेक प्रयासों के बाद 11 नागरिकों को बचाया नहीं जा सका। घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को पांच पांच लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि: शुल्क उपचार के साथ 50 हजार प्रति घायल को राशि प्रदान की जाएगी।