आर्थिक उद्यमिता के क्षेत्र में बेटियाँ भी आयें, सरकार सहयोग करेगी
भोपाल : मंगलवार, मार्च 1, 2016/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने छात्राओं का आव्हान किया है कि वे आर्थिक उद्यमिता के क्षेत्र में भी कदम रखें। उद्योग लगाने के लिए टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग और पूँजी की व्यवस्था सरकार करेगी। बैंक गारंटी भी लेगी। श्री चौहान ने शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में कहा कि बेटियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
श्री चौहान ने प्रदेश में महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से अधिकार संपन्न बनाने के लिए उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार बेटियों को ज्यादा से ज्यादा सशक्त बनाना चाहती है। उन्होंने छात्राओं का आव्हान किया कि वे बडे़ पदों पर जायें और उद्योग क्षेत्र में भी जाने की सोच बनायें। उन्होंने कहा कि बेटियाँ किसी से कम नहीं है। उनमें क्षमता और प्रतिभा है। वे हर क्षेत्र में सफलताओं के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था लेकिन अपनी प्रतिभा से वे 56 प्रतिशत स्थानों पर चुन कर आईं और सफलतापूर्वक स्थानीय सरकार चला रही हैं। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत और शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।
श्री चौहान ने छात्राओं की माँग पर महाविद्यालय के डॉ. शंकर दयाल शर्मा सभागार को इसी साल वातानुकूलित बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की बाउंड्री वाल और भवन का निर्माण भी इसी साल पूरा किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी के रूप में बेटियाँ भारत में हमेशा से आगे रही हैं। शास्त्रों में भी पहले नारी की पूजा होती है। उन्होंने घोषणा की कि जल्दी ही ऐसी योजना बनाई जाएगी जिसमें निर्धन प्रतिभावान छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का खर्चा सरकार देगी। इसके पीछे उद्देश्य यही है कि पैसों के अभाव में प्रतिभावान छात्र-छात्राएँ पीछे ना रहें।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता मुख्य अतिथि और नगर निगम के अध्यक्ष श्री सुरजीत सिंह चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कॉलेज स्तर की परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली और खेल प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया।
प्राचार्य डॉ. इन्दुप्रभा तिवारी ने प्रगति प्रतिवेदन पढ़ा। मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय के न्यूज लेटर और शोध पत्रिका का विमोचन भी किया।