आंगनवाड़ी केंद्रों पर रोज योगा कराने की तैयारी
सुमन त्रिपाठी
भोपाल, 19 मई। सरकार प्रदेश के आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रतिदिन योगा कराने की तैयारी में है। यह प्रयोग इस साल विश्व योग दिवस से शुरू हो सकती है। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के कमिश्नर की ओर से आंगनवाड़ी के जिला कार्यक्रम अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के कमिश्नर द्वारा जिला आंगनवाड़ी कार्यक्रम प्रभारियों और जिला महिला बाल विकास अधिकारियों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि योग से दिन की शुरुआत करना बच्चों के लिए अच्छा रहेगा। इसलिए साल में सिर्फ एक दिन योग दिवस पर आयोजन किए जाने से अच्छा होगा कि बच्चों को रोज योगा कराया जाए। सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के प्रभारियों से कहा गया है कि विश्व योग दिवस के मौके पर सभी लोग अपने अपने केंद्रों पर योग का आयोजन करें। इसमें सभी कर्मचारियों के साथ बच्चों तथा अन्य लोगों को भी शामिल किया जाए। इसके बाद कोशिश की जाए कि योग कक्षाओं का आयोजन प्रतिदिन किया जाए। कमिश्नर के पत्र में योग से होने वाले फायदे भी गिनाए गए हैं। साथ ही यह भी बताया गया है कि इससे बच्चों का विकास भी ठीक से होता है।
जिला अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में विश्व योग दिवस के मौके पर योगा का आयोजन अवश्य करवाएं। उसके बाद कोशिश की जाए कि सभी केंद्रों पर रोज इस तरह का आयोजन होने लगे। सभी अधिकारियों से उनके जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति के बारे में रिपोर्ट भी मांगी गई है। इससे सरकार को यह जानकारी मिल सकेगी कि केंद्र पर कितने बच्चे पंजीकृत हैं और कितने बच्चे योग जैसे कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं। कमिश्नर की चिट्ठी मिलने के बाद सभी जिला अधिकारी योजना तैयार कर रहे हैं कि किस तरह आंगनवाड़ी केंद्रों पर रोज योग का आयोजन किया जा सकता है। प्रदेश के कई आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्थिति अच्छी नहीं है। एक एक कमरे में आंगनवाड़ी केंद्र चल रहे हैं औऱ कई जगह तो बच्चों की संख्या काफी कम है, सिर्फ कागजी कार्रवाई हो रही है। इसके अलावा योगा कराने के लिए प्रशिक्षक की भी जरूरत होगी। आंगनवाड़ी केंद्रों के बजट में इसका प्रावधान कैसे होगा, इस पर भी विचार किया जाना जरूरी होगा।