अटेर में कांग्रेस जीती, बांधवगढ़ में कमल खिला
(खरी खरी संवाददाता)
भोपाल 13 अप्रैल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों को एक एक सीट पर सफलता मिली है। दोनों ही पार्टियां अपनी अपनी सीटें बचाने में सफल रही हैं। भाजपा ने उमरिया जिले की बांधवगढ़ सीट पर 25 हजार से ज्यादा की बड़ी जीत दर्ज की, वहीं भिंड जिले की अटेर सीट पर कड़े मुकाबले में कांग्रेस ने सिर्फ 857 वोटों से विजय हासिल की। अटेर सीट पर कांग्रेस की जीत ने पूरी पार्टी को खुश कर दिया है, वहीं भाजपा एक सीट पर हार से थोड़ी नाखुश है, क्योंकि अटेर का चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बनाम ज्योतिरादित्य सिंधिया हो गया था। अटेर सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यदेव कटारे के निधन से खाली हुई थी। पार्टी ने यहां से उनके पुत्र हेमंत कटारे को मैदान में उतारा था। वहीं बांधवगढ़ सीट राज्य सरकार में मंत्री रहे ज्ञान सिंह के शहडोल से सांसद बन जाने के कारण रिक्त हुई थी और यहां से भाजपा ने उनके पुत्र शिवनारायण सिंह को प्रत्याशी बनाया था।
प्रदेश के दोनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए सुबह जब मतगणना शुरू हुई तो पूरे देश की निगाहें यहां टिकी थीं, क्योंकि अटेर में उपयोग होने वाली ईवीएम मशीनों को लेकर चुनाव के पहले बवाल मच गया था। चुनाव के पहले डेमो के दौरान ईवीएम के दो अलग अलग बटन दबाने पर भी भाजपा के खाते में वोट जाने की तथाकथित घटना ने ईवीएम पर सवालिया निशान लगा दिया था। सभी विपक्षी दलों ने अटेर से लेकर भोपाल और दिल्ली तक खूब हंगामा किया। यहां तक कि चुनाव आयोग और राष्ट्रपति तक के पास शिकायत की गई और ईवीएम का उपयोग नहीं किए जाने की मांग की गई। चुनाव आयोग को कड़े कदम उठाते हुए भिंड के कलेक्टर और एसपी सहित करीब 19 अफसरों को चुनाव के ऐन पहले वहां से हटाना पड़ा। इसी बीच प्रचार के दौरान भाजपा के स्टार प्रचारक और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंग्रेजी शासनकाल में अटेर के लोगों पर जुल्म ढाए जाने और सिंधिया राजवंश द्वारा इसमें अंग्रेजों का सहयोग दिए जाने का बयान दे दिया। इससे भी यहां का उपचुनाव देश भर में चर्चा में आ गया। इसलिए आज सुबह से सभी की निगाहें अटेर के परिणाम पर टिकी थीं।
सबसे पहले बांधवगढ़ का परिणाम सामने आया। यहां भाजपा के शिवनारायण सिंह ने कांग्रेस की सावित्री सिंह को 25476 वोटों से हरा दिया। वहीं अटेर में कांग्रेस के हेमंत कटारे ने कड़े मुकाबले में भाजपा के अरविंद भदौरिया को 857 वोटों से हराया। यहां कांग्रेस के हेमंत कटारे और भाजपा के अरविंद भदौरिया के बीच टी-20 जैसा मुकाबला बन गया। पहले हेमंत आगे हुए लेकिन कुछ राउंड बाद भदौरिया आगे हो गए। बाद में हेमंत फिर आगे हो गए और बढ़ते हुए करीब 7 हजार की लीड ले ली। लेकिन आखिरी राउंड्स में उनकी लीड घटती गई और ऐसा लगा कि वे हार जाएंगे। इसके चलते मतगणना स्थल पर तनाव की स्थिति बन गई लेकिन अंततः कटारे को 857 मतों से विजयी घोषित कर दिया। भाजपा ने हार नहीं मानी और री काउंटिंग की मांग कर दी, जिस पर अमल शुरू हो गया।
अटेर में भाजपा की हार पर प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि हेमंत को वोटरों की सहानुभूति मिली। हमें उम्मीद थी कि कुछ न कुछ वोटों से हम जीतेंगे। वहीं मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ईवीएम पर सवाल उठाने वाले अब जवाब दें।
बांधवगढ़ में भाजपा की जीत के बाद मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आश्चर्य जताया है। उन्होंने कहा कि यह रिजल्ट हैरान करने वाला है। दरअसल, उन्होंने पहले ही ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की आशंका जताई थी। उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बांधवगढ़ की जीत पर जनता का आभार व्यक्त किया है और अटेर की हार को लोकतंत्र में लोकमत की जीत बताया है। साथ ही अटेर के विकास के लिए राज्य सरकार के संकल्प को दोहराया है। अटेर की जीत ने बहुत दिनों बाद भोपाल स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पसरे रहने वाले सन्नाटे को तोड़ा । कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पीसी शर्मा की अगुवाई में पार्टी कार्याकर्ताओं ने यहां 15 वें राउंड के बाद से आतिशबाजी शुरू कर दी थी। हालांकि 18वें से 20 वे राउंड के बीच लग रहा था कि हेमंत हार जाएंगे लेकिन अंततः जीत कांग्रेस की ही झोली में ही गई।