अंबेडकर जयंती पर शिवराज सरकार की नई पहल, जेलों से बंदी छोड़े गए
खऱी खरी संवाददाता
महू, 14 अप्रैल। शिवराज सरकार ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर "आजादी" की नई पहल शुरू की है। आज प्रदेश में पहली बार जेल के बंदियों की सजा में रियायत देते हुए 154 बंदियों को रिहा किया गया है। इसमें 5 महिला बंदी भी शामिल है। सीएम ने संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के जन्मदिवस पर पांच साल पुरानी घोषणा को दोहराया। उन्होंने कहा, हम बाबा साहेब के जीवन से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ बनाएंगे। सीएम की आज की घोषणा पर कांग्रेस हमलावर हुई तो आनन-फानन में छुट्टी के दिन ही धर्मस्व विभाग को पंचतीर्थ को तीर्थ दर्शन योजना में शामिल करने का आदेश जारी करना पड़ा।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने पिछले साल यह तय किया था कि अंबेडकर जयंती पर भी ऐसे बंदियों को रिहा किया जाएगा जिनका आचरण अच्छा है अंबेडकर जयंती पर हादसे बंदियों को रिहा किए जाने की परंपरा शुरू की जा रही है। इससे पहले प्रदेश में 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही बंदियों को रिहा किया जाता था। अंबेडकर जन्मस्थली महू में धर्मशाला के लिए साढ़े 3 एकड़ जमीन वहीं अंबेडकर जयंती पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू में उनके अनुयायियों की सुविधा के लिए धर्मशाला बनेगी। इसके लिए राज्य सरकार वहां काम करने वाले बाबा साहब अंबेडकर समिति को साढ़े 3 एकड़ जमीन देगी। सीएम ने कहा कि बाबाहसाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े पांच स्थानों को 'मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना' में जोड़ा जा रहा है। इन पंच तीर्थों में डॉक्टर अंबेडकर की जन्मस्थली महू, शिक्षा भूमि लंदन, दीक्षा भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण भूमि दिल्ली और चैत्य भूमि मुंबई को पंच तीर्थों में शामिल किया गया है।