हरदा हादसे में एक्शनः कलेक्टर-एसपी हटाए गए
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 7 फरवरी। ग्यारह लोगों की मौत का कारण हरदा पटाखा फैक्ट्री विस्फोट मामले में सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए हरदा के कलेक्टर औऱ एसपी दोनों को हटा दिया। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव हादसे के दूसरे दिन हरदा पहुंचे और हादसे के प्रभावितों से मिले। सीएम के हरदा से भोपाल लौटते ही कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया। कलेक्टर एसपी को हटाने के साथ ही श्रम विभाग के सहायक संचालक तथा कारखाना उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया।
मध्य प्रदेश के हरदा पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात करने हरदा पहुंचे। सीएम के भोपाल लौटने के बाद सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग को पद से हटा कर मंत्रालय में उपसचिव पदस्थ किया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किए। हरदा जिला पंचायत के सीईओ रोहित सिसोनिया को कलेक्टर का प्रभार दिया गया है। हरदा के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार कंचन को भी हटा दिया गया। कंचन को हटा कर सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल पदस्थ किया गया है। इस संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिए। पुलिस अधीक्षक पर घटना के बाद सक्रियता नहीं दिखाने और फैक्ट्री संचालक के विरुद्ध कार्रवाई करने में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की गई। एक अन्य अधिकारी श्रम विभाग के सहायक संचालक और कारखाना निरीक्षक नवीन कुमार बरवा को सस्पेंड कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि गत वर्ष उन्होंने इस फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की थी, लेकिन जांच अधिकारी होने के बाद भी वे कोर्ट में बतौर साक्षी गवाही देने नहीं पहुंचे। इससे आरोप कोर्ट से बाइज्जत बरी हो गए और अब वही फैक्ट्री इतने बड़े हादसे का कारण बन गई।
अब संभावना जताई जा रही है कि नर्मदापुरम संभाग के तत्कालीन कमिश्नर माल सिंह के खिलाफ भी बड़ा एक्शन हो सकता है। हरदा कलेक्टर ने इस फैक्ट्री को सील कर दिया था, लेकिन अपील मे सुनवाई के बाद कमिश्नर फैक्ट्री के ताले खुलवा दिए थे। माल सिंह इस समय इंदौर के कमिश्नर है। वे इससे पहले भोपाल के कमिश्नर भी रह चुके हैं।