सीएम शिवराज के आह्वान पर महाकाल के चरणों मे बना दीपदान का रिकार्ड
राकेश शर्मा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों से एक बार फिर बर्ल्ड रिकार्ड बना है। वे सनातन धर्म को मानने वाले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने जनता की सेवा के लिए जीने का संकल्प लिया है। वे मां नर्मदा की गोद में पैदा हुए हैं। उन पर भगवान शिव की कृपा हमेशा से रही है। यानी पिता और पुत्री के आशीर्वाद से वे प्रदेश की जनता की सेवा में निरन्तर लगे हुए हैं। वैसे तो मध्यप्रदेश में पूरे साल उत्सव का माहौल रहता है। जीवन की अनेक रंगों में ईश्वर के प्रति गहरी और अमिट आस्था है। तीर्थों में बारह ज्योतिर्लिंगों में उज्जैन के महाकाल का बड़ा स्थान है। इसी तरह नदियों में मां शिप्रा का अपना महत्व है। बीते रोज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रयासों से यहां महाशिवरात्रि के दिन दीपोत्सव पर्व मनाया गया। इस महोत्सव में 11.71 लाख दीये प्रज्वलित कर विश्व रिकार्ड बना है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी महाकाल की कृपा से मध्यप्रदेश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने और प्रदेश की जनता की सेवा का रिकार्ड बनाया है। सीएम के ऊपर हमेशा ही महाकाल की कृपा रही है। इसी तरह मां क्षिप्रा और नर्मदा का आशीर्वाद भी निरन्तर बना है। उज्जैन महाकाल में दीपोत्सव का कार्यक्रम अद्भुत और ऐतिहासिक रहा। इसे शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता। सृष्टि के पालनहार भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का यह दिन लोगों के जीवन में सौभाग्य भरने वाला है। महाशिवरात्रि के दिन मां शिप्रा स्वर्ण रेखा जैसी दमक रही थी और एक इतिहास की साक्षी बनी जब 11 लाख 71 हजार 278 दीपक शिप्रा के तट पर उज्जैन में प्रज्वलित किए गए। यहां बता दें कि इससे पहले अयोध्या जी में सरयू के तट पर 9 लाख दीपक प्रज्वलित किए गए थे। भगवान महाकाल की विशेष कृपा और मां शिप्रा के आशीर्वाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आह्वान पर उज्जैन की जनता के सहयोग से एक नया विश्व रिकॉर्ड गिनीज बुक में दर्ज हो गया। कुछ समय पहले मुख्यमंत्री भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान ने यह आह्वान किया था कि उज्जैन की पवित्र भूमि पर दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। साथ ही माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मैं भी आकर 11 दीपक प्रज्वलित करूंगा। अपनी भार्या के साथ पहुंचकर दीपक प्रज्वलित किए। उल्लेखनीय है कि उज्जैन की पवित्र भूमि पर कुंभ का आयोजन किया जाता है।
मुख्यमंत्री के आव्हान पर क्षिप्रा तट पर दीपक प्रज्वलित करने के लिए जिस तरह से जनसमूह उमड़ा, साथ ही उज्जैन के प्रत्येक घर में भी दीपक प्रज्वलित किए गए। करीब 51000 दीपक बाबा महाकाल के मंदिर में 100000 टावर चौक पर, 300000 विभिन्न मंदिर, धर्म स्थलों में, लगभग 450000 दीपक घर-घर जलाए गए। उज्जैन में दीपावली जैसा नजारा नजर आ रहा था। इस सबसे कहीं न कहीं यह सिद्ध हो गया कि मध्यप्रदेश की जनता अपने लाडले और प्रिय मुख्यमंत्री को कितना चाहती है। मुख्यमंत्री के आव्हान पर मां शिप्रा तट पर कुंभ जैसा नजारा फिर एक बार साकार हुआ और इतिहास में यह पर्व दर्ज हुआ। हालांकि यह पल कई लोगों को खटक भी रहा है। यह वो लोग हैं जिनका जन्म रुदाली के रोल के लिए हुआ है। जब जब जनता के चेहरे पर हंसी खुशी आती है, यह लोग रोना शुरू कर देते हैं और हर अच्छी पहल में मीन-मेख निकालने लगते हैं। इस प्रवृत्ति के लोग अब यह कह रहे हैं कि यूं ही हजारों लीटर तेल बर्बाद कर दिया। कहीं न कहीं भाजपा का विरोध करते करते यह देश विरोधी हो जाते हैं। मुझे मेरे करीबी का नार्वे से फोन आया कि मध्यप्रदेश के उज्जैन में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। एक तरफ पूरे संसार में कल की घटना की चर्चा हो रही है और हर व्यक्ति गर्व महसूस कर रहा है। यह सब संभव हो पाया है सीएम शिवराज सिंह चौहान दृढ़ इच्छा शक्ति, बाबा महाकाल के आशीर्वाद और मां शिप्रा की कृपा से। यूं ही मध्य प्रदेश की जनता नहीं कहती के शिवराज है तो सब संभव है।
( लेखक भाजपा मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेता हैं)